नालंदा: बिहार के नालंदा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. हिलसा थाना क्षेत्र दयालपुर गांव में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Youth Commit suicide in Nalanda) कर ली. पति-पत्नी के बीच रात में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई, जिस पर पत्नी गुस्से में मायके चली गई. इससे आहत होकर पति ने अपने कमरे में फंदे से लटक कर जान दे दी. घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई.
नालंदा सदर अस्पताल में लापरवाही: सदर अस्पताल में मृतक की बॉडी कई घंटे तक ऑटो पर पड़ी रही, लेकिन किसी ने इसकी सुध तक लेना मुनासिब नहीं समझा. जिसको लेकर परिजनों ने कई बार डॉक्टर को जानकारी भी दी. बावजूद इसके कोई सुनने को तैयार नहीं. जिसके बाद नाराज परिजन इमरजेंसी वार्ड में हंगामा करने के लिए इकट्ठा हो गए, वहीं पत्रकारों के हस्तक्षेप करने बाद युवक के शव का पोस्टमार्टम हुआ.
"कल रात को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद पत्नि गुस्से में मायके चली गई. आहत होकर युवक ने कमरा बंद कर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. हमलोग 12 बजे से अस्पताल आए हुए हैं, यहां आए हुए घंटो बीत गए, लेकिन अभी तक शव को पोस्टमार्टम नहीं किया गया है."- मृतक के परिजन
डेढ़ साल पहले हुई थी शादी: मृतक की पहचान 28 वर्षीय दीपू कुमार पिता रामप्रवेश राम के रूप में हुई है. डेढ़ साल पहले ही युवक की शादी हुई थी. जिससे एक 6 माहीने की बेटी भी है. बता दें कि बिहार शरीफ सदर अस्पताल की यह तस्वीर कोई नई और पहली बार सामने नहीं आई है. इस तरह की तस्वीर सदर अस्पताल में आए दिन देखने को मिलती है. मामले में हर बार स्वास्थ विभाग जांच कर कार्रवाई की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लेती है. जिले में सरकार के स्वास्थ विभाग के दावों की ऐसी लचर व्यवस्था सरकार के दावों की पोल खोल रही है.
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