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नालंदा: लाठीचार्ज से आक्रोशित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फूंका पुतला - नीतीश कुमार

शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल की लोगों ने कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर रही है.

आक्रोशित शिक्षक
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Published : Jul 19, 2019, 9:31 PM IST

Updated : Jul 19, 2019, 11:19 PM IST

नालंदा: अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर गुरुवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसका विरोध करते हुए शिक्षकों ने शुक्रवार को बिहारशरीफ में नालंदा जिला संयुक्त संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. लाठीचार्ज को लेकर इनमें काफी आक्रोश था. शिक्षकों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं कर उनपर लाठियां बरसाने का काम कर रही हैं.

पुतला फूंंकते आक्रोशित शिक्षक

शिक्षकों ने जताया आक्रोश
लाठीचार्ज से आक्रोशित शिक्षकों ने बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से जुलूस निकाला और नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल की लोगों ने कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर रही है.

मुख्यमंत्री से मांगा जवाब
गौरतलब है कि नियोजित शिक्षक विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को पटना में प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षकों पर लाठीचार्ज कर दिया. शिक्षकों ने प्रशासन के इस रवैये को तानाशाही करार देते हुए मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से की जा रही मांगों को लेकर प्रदर्शन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है.

क्या हैं मांगे?
सरकार ने नियमित शिक्षकों के आश्रितों को अनुकम्पा पर नौकरी देने के लिए T.E.T पास करना अनिवार्य कर दिया है. जिसको हटाने के लिए नियमित शिक्षक मांग कर रहे हैं. वहीं, नियोजित शिक्षक नियमित शिक्षकों की तरह 'समान काम, समान वेतन' और पेंशन की मांग कर रहे हैं. दोनों की अलग-अलग मांगे हैं.

नालंदा: अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर गुरुवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसका विरोध करते हुए शिक्षकों ने शुक्रवार को बिहारशरीफ में नालंदा जिला संयुक्त संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. लाठीचार्ज को लेकर इनमें काफी आक्रोश था. शिक्षकों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं कर उनपर लाठियां बरसाने का काम कर रही हैं.

पुतला फूंंकते आक्रोशित शिक्षक

शिक्षकों ने जताया आक्रोश
लाठीचार्ज से आक्रोशित शिक्षकों ने बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से जुलूस निकाला और नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल की लोगों ने कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर रही है.

मुख्यमंत्री से मांगा जवाब
गौरतलब है कि नियोजित शिक्षक विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को पटना में प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षकों पर लाठीचार्ज कर दिया. शिक्षकों ने प्रशासन के इस रवैये को तानाशाही करार देते हुए मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से की जा रही मांगों को लेकर प्रदर्शन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है.

क्या हैं मांगे?
सरकार ने नियमित शिक्षकों के आश्रितों को अनुकम्पा पर नौकरी देने के लिए T.E.T पास करना अनिवार्य कर दिया है. जिसको हटाने के लिए नियमित शिक्षक मांग कर रहे हैं. वहीं, नियोजित शिक्षक नियमित शिक्षकों की तरह 'समान काम, समान वेतन' और पेंशन की मांग कर रहे हैं. दोनों की अलग-अलग मांगे हैं.

Intro:नालंदा। विभिन्न मांगों को लेकर पटना में विधान मंडल का घेराव करने जा रहे हैं शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध शुरू हो गया है। बिहार शरीफ में नालंदा जिला संयुक्त संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले शिक्षकों ने अस्पताल चौराहा पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। शिक्षकों ने सरकार के इस रवैया को क्रूरता पूर्ण बताया और इस घटना की तीखी निंदा की। शिक्षकों ने बताया कि मुख्यमंत्री के इस तानाशाही रवैया के कारण शिक्षक वर्ग में खासा आक्रोश है शांतिपूर्ण तरीके से किए जा रहे मांगों को लेकर प्रदर्शन पर पुलिस लाठीचार्ज किया गया जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। शिक्षक शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बातों को रख रहे थे लेकिन सरकार के तानाशाही रवैया के कारण उन पर लाठीचार्ज किया गया। शिक्षकों ने रवैया पर कहा कि आने वाले दिनों में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।


Body:नालंदा जिला संयुक्त संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में शिक्षकों ने पटना में बर्बर तरीके से पुलिसिया कार्रवाई पर चिंता जताया शिक्षकों ने बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से जुलूस निकाला और अस्पताल चौराहा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। इस पुतला दहन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न शिक्षक संघ के नेताओं ने भाग लिया और सरकार विरोधी नारे लगाए। पटना में जिस तरीके से शिक्षकों पर लाठीचार्ज वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया है उसकी सभी ने तीखी भर्त्सना की । शिक्षकों का कहना था कि वे लोग अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन सरकार अपने तानाशाही रवैया के कारण उनकी मांगों पर विचार नहीं कर उन पर लाठियां चटकाने का काम कर रही है।


Conclusion:
Last Updated : Jul 19, 2019, 11:19 PM IST
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