नालंदा: राज्य सरकार सूबे में जाम से निजात दिलाने के लिए सड़क का जाल बिछाने में जुटी है. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सड़क निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है लेकिन सीएम के गृह जिले में लोगों ने मांग पूरी नहीं होने पर फोर लेन सड़क निर्माण कार्य पर ग्रहण लगा दिया है.
नालंदा में करोड़ों रुपए की लागत से निर्माणाधीन सरमेरा-बिहटा फोरलेन कार्य को ग्रामीणों ने बंद करा दिया है. दरअसल ग्रामीणों ने ओवरब्रिज की मांग को लेकर निर्माण कार्य को पूरी तरह से बंद करवा दिया है. सरमेरा-बिहटा फोरलेन से रहुई बाजार स्थित मंदिलपुर समेत दर्जनों गांव इससे जुड़ जायेगा. लेकिन इसके किनारे बसे हजारों ग्रामीणों को रहुई बाजार से आने-जाने के लिए इस फोरलेन सड़क को पार करना पड़ता है. जिसके कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. इससे जान-माल की क्षती भी हो सकती है.
सहमति बनने के ग्रामीणों ने बंद कराया काम
ग्रामीणों ने फोरलेन के ऊपर और नीचे ओवरब्रिज की मांग भी की है. इस संबंध में स्थानीय प्रशासन को आवेदन भी दिया गया. लेकिन इस आवेदन पर प्रशासन की तरफ से कोई भी कदम नहीं उठाया गया. एक दिन पूर्व ही प्रशासन के द्वारा गांव के कुछ बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर ओवर ब्रिज बनाने पर सहमति बनी. लेकिन जब संवेदक ने फोरलेन का कार्य चालू करवाया तो ग्रामीणों ने संवेदक को खदेड़ दिया. जिसके बाद फोरलेन का काम पूर्ण रूप से ठप पड़ गया. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने की कोशिश भी की. लेकिन ग्रामीणों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी. नजाकत को समझते हुए फोरलेन के पास भारी संखया में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
फोरलेन पर नीचे का ब्रिज बनाना संभव नहीं
इस मसले पर स्थानीय प्रशासन का कहना है कि फोरलेन पर नीचे का ओवर ब्रिज बनाना संभव नहीं है. नियमानुसार ओवरब्रिज बनाया जा सकता है. परन्तु ग्रामीण ऊपर एवं नीचे दोनों जगह ओवर ब्रिज बनाने की मांग पर अड़े हैं. रहुई प्रखंड विकास पदाधिकारी ने इसका सारा ठीकरा अपने वरीय पदाधिकारियों के ऊपर फोड़ते हुए कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया.