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नालंदा में पंचायत का एक और तुगलकी फरमान, दुष्कर्म पीड़िता की आबरू की कीमत लगाई डेढ़ लाख रुपया - पीड़िता की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई

नालंदा में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने का मामला (Molestation Of Minor Girl In Nalanda) सामने आया है. इतना ही नहीं पीड़िता के साथ आरोपी के घरवालों ने मारपीट भी किया. जिसके बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए पंचायत कर पंचों ने लड़की को डेढ़ लाख रुपए लेकर चुप रहने की धमकी दे डाली. घटना के बाद पीड़िता बदहवास है. मामले में इंसाफ के लिए लड़की ने पुलिस से गुहार लगाई है.

लड़की के एक बच्चे के पिता ने किया दुष्कर्म
लड़की के एक बच्चे के पिता ने किया दुष्कर्म
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Published : Jan 11, 2023, 9:08 PM IST

नालंदा: नालंदा में पंचायत का एक और तुगलकी फरमान (Crime In Nalanda) आया है. जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे. पंचायत ने नाबालिग की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई है. दरअसल, यह पूरा मामला गिरियक थाना क्षेत्र का है. जहां एक बच्चे के पिता ने 14 वर्षीय किशोरी को शादी का झांसा देकर अपने हवस का शिकार बना लिया. जब मामला सामने आया तो पंचायत हुई. जिसमें यह तुगलकी फैसला सुनाया गया.

ये भी पढ़ें- समस्तीपुर में पंचायत का तुगलकी फरमान, प्रेमी युगल की जबरन कराई शादी

नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म : मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने पहले पीड़िता का अपहरण किया, फिर शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया. यही नहीं, घटना के खुलासा के बाद गांव की पंचायत ने किशोरी की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई. हालांकि, पीड़िता आरोपी को सजा दिलाना चाहती है. इसके लिए वह दर-दर भटक रही है. आश्चर्यजनक तो यह है कि एसपी के आदेश के बाद भी केस दर्ज नहीं हो सका. शायद इसे ही कहते हैं सुशासन का प्रशासन.

'गांव का एक शादीशुदा युवक शादी का झांसा दे, मुझे प्रेम जाल में फांस लिया. इसके बाद वो दिल्ली लेकर चला गया. जहां आठ दिनों तक रखा. बंद कमरे में मांग में सिंदूर डाल उसने शादी कर ली. फिर दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे. इसके बाद मुझे उसके एक बच्चे के पिता होने का पता चला, तो वो मुझे बिना पैसे दिए कमरे में छोड़कर दिल्ली से फरार हो गया.' - पीड़िता

पंचायत का तुगलकी फरमान : सीएम नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में इंसाफ तो दूर कोई सुनने वाला नहीं है. पीड़िता ने बतायाा कि उसके माता-पिता मजदूर हैं. उनके पास पैसे नहीं थे. भूखी-प्यासी वो किसी तरह 1 जनवरी को अपने गांव लौटी. आरोपी पर केस कराना चाहती थी. जबकि, गांव के पंचायत ने आरोपी पर डेढ़ लाख का जुर्माना लगाया. आरोपी ने पंचायत का फैसला मानने से इंकार कर दिया. अब केस नहीं करने के लिए मेरे गरीब माता-पिता पर दबाव बना रहा है.

पीड़िता की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई : पीड़िता ने बताया कि एसपी से गुहार लगाने के बाद पुलिसकर्मी उसे गिरियक थाना ले गए. इसके बाद भी उसका केस दर्ज नहीं किया गया. वहीं, गिरियक थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि- 'पीड़िता ने लिखित शिकायत नहीं दी है. इस कारण केस दर्ज नहीं हुआ. आवेदन मिलने पर पुलिस केस दर्ज कर आरोपी पर कार्रवाई करेगी.'

नालंदा: नालंदा में पंचायत का एक और तुगलकी फरमान (Crime In Nalanda) आया है. जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे. पंचायत ने नाबालिग की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई है. दरअसल, यह पूरा मामला गिरियक थाना क्षेत्र का है. जहां एक बच्चे के पिता ने 14 वर्षीय किशोरी को शादी का झांसा देकर अपने हवस का शिकार बना लिया. जब मामला सामने आया तो पंचायत हुई. जिसमें यह तुगलकी फैसला सुनाया गया.

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नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म : मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने पहले पीड़िता का अपहरण किया, फिर शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया. यही नहीं, घटना के खुलासा के बाद गांव की पंचायत ने किशोरी की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई. हालांकि, पीड़िता आरोपी को सजा दिलाना चाहती है. इसके लिए वह दर-दर भटक रही है. आश्चर्यजनक तो यह है कि एसपी के आदेश के बाद भी केस दर्ज नहीं हो सका. शायद इसे ही कहते हैं सुशासन का प्रशासन.

'गांव का एक शादीशुदा युवक शादी का झांसा दे, मुझे प्रेम जाल में फांस लिया. इसके बाद वो दिल्ली लेकर चला गया. जहां आठ दिनों तक रखा. बंद कमरे में मांग में सिंदूर डाल उसने शादी कर ली. फिर दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे. इसके बाद मुझे उसके एक बच्चे के पिता होने का पता चला, तो वो मुझे बिना पैसे दिए कमरे में छोड़कर दिल्ली से फरार हो गया.' - पीड़िता

पंचायत का तुगलकी फरमान : सीएम नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में इंसाफ तो दूर कोई सुनने वाला नहीं है. पीड़िता ने बतायाा कि उसके माता-पिता मजदूर हैं. उनके पास पैसे नहीं थे. भूखी-प्यासी वो किसी तरह 1 जनवरी को अपने गांव लौटी. आरोपी पर केस कराना चाहती थी. जबकि, गांव के पंचायत ने आरोपी पर डेढ़ लाख का जुर्माना लगाया. आरोपी ने पंचायत का फैसला मानने से इंकार कर दिया. अब केस नहीं करने के लिए मेरे गरीब माता-पिता पर दबाव बना रहा है.

पीड़िता की आबरू की कीमत डेढ़ लाख रुपए लगाई : पीड़िता ने बताया कि एसपी से गुहार लगाने के बाद पुलिसकर्मी उसे गिरियक थाना ले गए. इसके बाद भी उसका केस दर्ज नहीं किया गया. वहीं, गिरियक थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि- 'पीड़िता ने लिखित शिकायत नहीं दी है. इस कारण केस दर्ज नहीं हुआ. आवेदन मिलने पर पुलिस केस दर्ज कर आरोपी पर कार्रवाई करेगी.'

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