नालंदा: बिहार में अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू (Liquor Ban in Bihar) है. राज्य सरकार इसे लागू करने का हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन आंकड़े बताते हैं कि स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है. जब से मद्य निषेध कानून लागू किया गया है, तब से लगातार देसी-विदेशी शराब बरामद की जा चुकी है. वहीं, इस कानून के उल्लंघन में करीब साढ़े चार लाख लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ताजा मामला के अनुसार गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने नालंदा जिले के चंडी थाना इलाके में कंचनपुर गांव में छापेमारी कर गंगोरा पंचायत के मुखिया लाटो चौधरी के घर में मिनी शराब फैक्ट्री का खुलासा किया है.
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नालंदा में मुखिया निकला शराब माफिया: इस शराब फैक्ट्री मामले में उत्पाद इंस्पेक्टर राम नरेश महतो ने बताया कि एक बाइक सवार युवक शराब लेकर उसी रास्ते में जा रहा था. उसी समय पुलिस ने उसे देख लिया. जिसके बाद उसने पुलिस को देखा तो शराब की खेप को रास्ते में फेंककर भाग गया. सूचना के आधार पर पंचायत के मुखिया लाटो चौधरी के घर पर उत्पाद विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने छापेमारी की. जहां से भारी मात्रा में देसी शराब, शराब बनाने वाले उपकरण और अन्य सामान बरामद मिले. अधिकारियों ने बताया कि उसी गांव में संदेह के आधार पर फुनु चौधरी के घर छापेमारी की गई. वहां पर भी पुलिस ने शराब बनाने वाले उपकरण बरामद किए हैं.
पाउच और अन्य उपकरण बरामद: वहीं उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने मौके से तैयार किये गये पाउच और पाउच बनाने वाले मशीन समेत अन्य उपकरण बरामद किया है. मुखिया के पास से अधिकारियों ने एक व्यक्ति को शराब के नशे में भी गिरफ्तार किया गया है. जबकि मौका देखकर मुख्य आरोपी लाडो चौधरी भाग निकला. वहीं पुलिस उसी मुखिया की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुटी है.
'बाइक सवार शराब तस्कर के निशानदेही पर पंचायत के मुखिया लाटो चौधरी के घर पर उत्पाद विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने छापेमारी की, जहां पुलिस को भारी मात्रा में देसी शराब, शराब बनाने वाले उपकरण और अन्य सामान बरामद किया गया है'- राम नरेश महतो, उत्पाद इंस्पेक्टर
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