नालंदा: एक तरफ जहां प्रदेशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है. वहीं, देश में कई ऐसी भी जगहें हैं जहां पर इस कानून के समर्थन में यात्राएं और सभाएं की जा रही हैं. इसी क्रम में इस कानून के समर्थन में जिले की कुछ महिलाओं ने एक अनोखा रुख अख्तियार किया है.
दरअसल, जिला अंतर्गत बिहारशरीफ के नंबर 20 के बड़ी पहाड़ी मोहल्ले में एनआरसी और सीएए के समर्थन में सात दिवसीय अखंड कीर्तन का आयोजन कर रही हैं. जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
'सद्बुद्धि के लिए अखंड कीर्तन'
सीएए और एनआरसी के समर्थन में अखंड कीर्तन करने वाली महिला रजनी सिन्हा और मंजू देवी ने कहा की देश के लिए प्रधानमंत्री अहम फैसले ले रहे है. जिसका विरोध कुछ लोग कर रहे हैं. यह कानून देशहित में है. इस कानून के लागू हो जाने के बाद देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों को देश से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. लेकिन इस कानून को लेकर कुछ लोगों विरोध कर रहे हैं. जिस वजह से उनलोगों के सद्बुद्धि के लिए अखंड कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है.
'7 दिनों तक जारी रहेगा कीर्तन'
अखंड कीर्तन में भाग ले रही महिलाओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने देश के लिए कई बड़े ऐतिहासिक फैसले लिए. जिसमें से एक सीएए कानून भी हैं. इस कानून से देश में रह रहे नागरिकों को कोई खतरा नहीं हैं. लेकिन इस कानून को लेकर कुछ लोगों ने देश में भय का माहौल खड़ा किया. जिस वजह से कानून को नहीं समझने वाले भी विरोध करने वाले लोगों के कतार में खड़े हो गए. यह किर्तन 7 दिनों तक जारी रहेगा. जिसमें हमलोग विरोध करने वाले लोगों के लिए भगवान से सद्बुद्धि मांगेंगे.
विरोध में भी हो रहा विरोध-प्रदर्शन
गौरतलब है कि एक तरफ जहां शहर में सीएए कानून को लेकर समर्थन कार्यक्रम किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शहर के कई क्षेत्रों में कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन भी जारी है.