नालंदा: बिहार शरीफ शहर के सोहसराय-खासगंज पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. लॉक डॉउन में निर्माण कार्य की स्वीकृति मिलने के बाद काम को प्रारंभ कर दिया गया है. लेकिन बरसात के पूर्व पुल निर्माण का काम पूरा होना मुश्किल दिख रहा है. ऐसे में शहर वासियों को बरसात में टूटे पुल के कारण परेशानी भी उठानी पड़ सकती है.
बिहार शरीफ शहर, बख्तियारपुर, पटना सहित अन्य जगह के जाने के लिए यह महत्वपूर्ण मार्ग है. इसके अलावे शहर के सोहसराय क्षेत्र के लोगों का शहर में आवागमन का प्रमुख मार्ग है. शेखपुरा से आने वाले बड़े वाहनों का भी इसी मार्ग से परिचालन होता है. लेकिन खासगंज पुल जर्जर होने के कारण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने लगभग 3 करोड़ की लागत से निर्माण का काम शुरू किया. लेकिन लॉक डाउन के कारण काम बंद हो गया.
आधे की संख्या में काम कर रहे मजदूर
लॉक डाउन के पूर्व 35 से 40 मजदूर इस पुल निर्माण में काम कर रहे थे. उम्मीद थी कि काम में तेजी लाकर बरसात के पूर्व पुल का निर्माण लगभग पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन लॉक डॉउन के कारण ऐसा हो नहीं सका. वहीं, अब लॉक डॉउन में काम शुरू करने पर पुल निर्माण में लगी कंपनी ने मजदूरों की संख्या आधा कर दी है.
शहरवासियों की बढ़ सकती है परेशानी
पुल निर्माण कार्य में लगे कई मजदूर ऐसे थे जो कि मास्क पहने नहीं दिखे. हालांकि, कैमरा देख कंपनी के ठेकेदार ने मजदूरों को मास्क पहनाया. बता दें कि बरसात से पहले काम पूरा नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. क्योंकि इसी पुल के नीचे से पंचाने नदी का पानी गुजरता है. विगत कुछ वर्षों से पंचाने नदी में उफान आता रहा है. जो शहर वासियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है.