नालंदाः डॉक्टर पर हमला के विरोध में पूरे बिहार में डॉक्टरों की हड़ताल रही. नालंदा जिले में भी इसका असर देखने को मिला. सदर अस्पताल में इमरजेंसी को छोड़कर सभी सेवाए बाधित रही. जिला मुख्यालय बिहाशरीफ सदर अस्पताल में मरीज़ और उनके परिजनों को काफी परेशानी हुई. ओपीडी बंद रहने से कई मरीज बिना इलाज कराए ही लौट गए.
एमरजेंसी सेवाएं चालूः इलाज कराने के लिए आए मरीजों ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि आज डॉक्टर हड़ताल पर हैं. जिससे इलाज के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में बिहारशरीफ सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि IMA और भाषा की ओर से एक दिवसीय हड़ताल की गई है. आगे जो IMA का निर्देश होगा उसके तहत हमलोग काम करेंगे. एमरजेंसी सेवाएं सुचारू ढंग से चल रहा है.
"पूर्णिया में डॉ. राजेश पासवान के साथ लोगों ने मारपीट की थी. लोगों की पिटाई से वे जख्मी हो गए थे. बेहोशी की हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इसी के विरोध में पूरे बिहार में IMA और भाषा की ओर से हड़ताल की जा रही है. इस हड़ताल में इमरजेंसी सेवा को चालू रखा गया है." -डॉ. अशोक कुमार, उपाधीक्षक, नालंदा
पूर्णिया में डॉक्टर पर हमलाः दरअसल, पिछले दिनों डॉ राजेश कुमार के क्लीनिक में एक मरीज की मौत हो गई थी. इसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ की. इस दौरान डॉ. राजेश कुमार के साथ जमकर मारपीट भी की गई थी, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें पूर्णिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से पटना रेफर कर दिया गया. हालत नाजूक होने से पटना से दिल्ली रेफर कर दिया गया है, जहां इलाज चल रहा है.