नालंदा: जिले के अस्पताल चौराहे पर अपनी मांगों को लेकर बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के 323 कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे थे. जो बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था. इसके बावजूद प्रशासन ने सोमवार की देर रात सभी अनशनकारियों को हटा दिया.
अनशन के लिए नहीं दी गई अनुमति
अनुमंडल पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि इन लोगों ने अनशन के लिए आवेदन दिया था, उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी. इस वजह से इनलोगों को हटाया गया है. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दे दी गई है.
डरा-धमका कर रोका गया
अनशनकारियों ने बताया कि उनलोगों ने अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय से इसके लिए 14 नवंबर को अनुमति ली थी. जिसकी रिसीविंग भी उनके पास मौजूद है. इसके बावजूद उन्हें डरा-धमका कर रोका गया.
323 अभ्यर्थियों की नियुक्ति
गौरतलब है कि 323 अभ्यर्थियों की नियुक्ति कार्यपालक सहायक के पद पर नहीं हो सकी है. जबकि नियुक्ति का पैनल पूर्व में ही तैयार कर लिया गया था. वहीं अन्य जिलों में अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी सौंप दी गई है.