ETV Bharat / state

PM की घोषणा के बाद नालंदा सैनिक स्कूल में लड़कियों का हुआ दाखिला, छात्राओं में उत्साह - Girls education started

प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद सैनिक स्कूल में लड़कियों की पढ़ाई शुरू हो गई है. नालंदा के सैनिक स्कूल में 550 से ज्यादा छात्राओं का आवेदन प्राप्त हुआ, जिसमें लिखित परीक्षा और मेडिकल के बाद मेरिट लिस्ट में 10 बच्चियों का नामांकन किया गया. पढ़ें पूरी खबर...

Nalanda Sainik School
Nalanda Sainik School
author img

By

Published : Aug 20, 2021, 9:06 AM IST

नालंदा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के द्वारा सैनिक स्कूल में लड़कियों की शिक्षा (Girls Education) की घोषणा के बाद नालंदा के सैनिक स्कूल (Nalanda Sainik School) में ऑनलाइन पढ़ाई प्रारंभ कर दी गई है. पढ़ाई शुरू होने के बाद छात्राओं में खुशी का माहौल देखा जा रहा है. सैनिक स्कूल के प्राचार्य कर्नल तमोजित विश्वास ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सैनिक स्कूल में छात्राओं की शिक्षा से नारी सशक्तिकरण की दिशा में बहुत बड़ा कदम है.

यह भी पढ़ें - लड़कियों की शिक्षा से बही बदलाव की बयार, सामाजिक बदलाव में बेटियां निभा रहीं अहम भूमिका

"सैनिक स्कूल नालंदा में 550 से ज्यादा छात्राओं का आवेदन प्राप्त हुआ, जिसमें लिखित परीक्षा और मेडिकल के बाद मेरिट लिस्ट में 10 बच्चियों का नामांकन किया गया और सभी बच्चियों का ऑनलाइन क्लास शुरू हो गया है."- कर्नल तमोजीत विश्वास, प्राचार्य, सैनिक स्कूल

देखें वीडियो

प्राचार्य कर्नल तमोजित विश्वास ने कहा कि यहां से प्रशिक्षण लेकर छात्राएं बिहार और देश का नाम रोशन करेंगी. उन्होंने बताया कि सैनिक स्कूल में शिक्षा के अलावा बहुआयामी व्यक्तित्व का भी प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां खेल की सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं.

नालंदा के सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के बाद छात्र उन्नति व ह्दया शम्स काफी उत्साहित नजर आए. सैनिक स्कूल में बेटियों के लिए खोले जाने के बाद इन छात्राओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी. उन्होंने बताया कि सैनिक स्कूल में पढ़ाई के बाद सेना में जाकर देश की रक्षा करेंगी.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस (75वें Independence Day) के अवसर पर 15 अगस्त 2021 को अपने भाषण में कहा कि ढाई साल पहले मिजोरम में सैनिक स्कूलों में लड़कियों के दाखिले का पहला प्रयोग किया गया था. उन्होंने कहा कि सरकार ने अब फैसला किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूल देश की बेटियों के लिए भी खोले जाएंगे.

सैनिक स्कूलों का संचालन सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा किया जाता है. जो रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आती है. सैनिक स्कूलों की स्थापना का उद्देश्य छात्रों को कम उम्र से ही भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए तैयार करना था.

बता दें, रक्षा मंत्रालय ने 1961 में सैनिक स्कूलों की स्थापना की थी. पहले साल में सिर्फ पांच सैनिक स्कूल स्थापित किए गए थे. तब से लेकर अप्रैल 2020 तक देश में अलग-अलग जगहों पर कई सैनिक स्कूल खोले गए हैं. वर्तमान में 33 सैनिक स्कूल काम कर रहे हैं. ये सभी स्कूल विभिन्न राज्यों में स्थित हैं. सैनिक स्कूल सोसायटी पंजीकरण अधिनियम (1960 का XXI) के तहत पंजीकृत हैं.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में आम बजट 2021-22 पेश किया. इस बजट में केंद्र सरकार ने शिक्षा जगत को लेकर भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान 100 सैनिक स्कूल खोले जाएंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि गैर-सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों, राज्यों के साथ साझेदारी में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित किए जाएंगे.

यह भी पढ़ें - 120 दिन बाद बच्चों के चहल-पहल से स्कूलों में लौटी रौनक, जानिए किन-किन मानकों का करना होगा पालन

नालंदा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के द्वारा सैनिक स्कूल में लड़कियों की शिक्षा (Girls Education) की घोषणा के बाद नालंदा के सैनिक स्कूल (Nalanda Sainik School) में ऑनलाइन पढ़ाई प्रारंभ कर दी गई है. पढ़ाई शुरू होने के बाद छात्राओं में खुशी का माहौल देखा जा रहा है. सैनिक स्कूल के प्राचार्य कर्नल तमोजित विश्वास ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सैनिक स्कूल में छात्राओं की शिक्षा से नारी सशक्तिकरण की दिशा में बहुत बड़ा कदम है.

यह भी पढ़ें - लड़कियों की शिक्षा से बही बदलाव की बयार, सामाजिक बदलाव में बेटियां निभा रहीं अहम भूमिका

"सैनिक स्कूल नालंदा में 550 से ज्यादा छात्राओं का आवेदन प्राप्त हुआ, जिसमें लिखित परीक्षा और मेडिकल के बाद मेरिट लिस्ट में 10 बच्चियों का नामांकन किया गया और सभी बच्चियों का ऑनलाइन क्लास शुरू हो गया है."- कर्नल तमोजीत विश्वास, प्राचार्य, सैनिक स्कूल

देखें वीडियो

प्राचार्य कर्नल तमोजित विश्वास ने कहा कि यहां से प्रशिक्षण लेकर छात्राएं बिहार और देश का नाम रोशन करेंगी. उन्होंने बताया कि सैनिक स्कूल में शिक्षा के अलावा बहुआयामी व्यक्तित्व का भी प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां खेल की सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं.

नालंदा के सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के बाद छात्र उन्नति व ह्दया शम्स काफी उत्साहित नजर आए. सैनिक स्कूल में बेटियों के लिए खोले जाने के बाद इन छात्राओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी. उन्होंने बताया कि सैनिक स्कूल में पढ़ाई के बाद सेना में जाकर देश की रक्षा करेंगी.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस (75वें Independence Day) के अवसर पर 15 अगस्त 2021 को अपने भाषण में कहा कि ढाई साल पहले मिजोरम में सैनिक स्कूलों में लड़कियों के दाखिले का पहला प्रयोग किया गया था. उन्होंने कहा कि सरकार ने अब फैसला किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूल देश की बेटियों के लिए भी खोले जाएंगे.

सैनिक स्कूलों का संचालन सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा किया जाता है. जो रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आती है. सैनिक स्कूलों की स्थापना का उद्देश्य छात्रों को कम उम्र से ही भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए तैयार करना था.

बता दें, रक्षा मंत्रालय ने 1961 में सैनिक स्कूलों की स्थापना की थी. पहले साल में सिर्फ पांच सैनिक स्कूल स्थापित किए गए थे. तब से लेकर अप्रैल 2020 तक देश में अलग-अलग जगहों पर कई सैनिक स्कूल खोले गए हैं. वर्तमान में 33 सैनिक स्कूल काम कर रहे हैं. ये सभी स्कूल विभिन्न राज्यों में स्थित हैं. सैनिक स्कूल सोसायटी पंजीकरण अधिनियम (1960 का XXI) के तहत पंजीकृत हैं.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में आम बजट 2021-22 पेश किया. इस बजट में केंद्र सरकार ने शिक्षा जगत को लेकर भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान 100 सैनिक स्कूल खोले जाएंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि गैर-सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों, राज्यों के साथ साझेदारी में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित किए जाएंगे.

यह भी पढ़ें - 120 दिन बाद बच्चों के चहल-पहल से स्कूलों में लौटी रौनक, जानिए किन-किन मानकों का करना होगा पालन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.