नालंदाः जिले के स्थापना दिवस से एक दिन पहले दिव्यांगों के लिए पैदल यात्रा का आयोजन किया किया. यह पद यात्रा जिला के वेन प्रखंड के एकसारा गांव से शुरू होकर बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में पहुंचा. 25 किलोमीटर लंबे इस पद यात्रा में जिले के कई दिव्यांग जनों ने भाग लिया. इस दौरान कई जगहों पर लोगों ने उन्हें फूल-मालों से सम्मानित किया.
दिव्यांग भी क्षमतावान
पद यात्रा के आयोजक और कई ख्याति प्राप्त पुरस्कार से पुरस्कृत दिव्यांग रत्न कुंदन कुमार पांडेय ने बताया कि 25 किमी के इस पदयात्रा का मकसद यह संदेश देने है कि हम दिव्यांग भी क्षमतावान हैं. नालंदा के स्थापना दिवस के पूर्व दिवस पर इसका आयोजन कर हम नालंदा के लोगों का ध्यान अपनी और आकृष्ट करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जिले के लोग हमें आगे बढ़ने में मदद करें.
'हम किसी से कम नहीं'
पद यात्रा में शामिल शैलेश कुमार ने बताया कि हम पद यात्रा कर यह बताना चाहते हैं कि हम किसी से कम नहीं हैं. दिव्यांग को हार मानने की जरूरत नहीं है. हम पद यात्रा कर दिव्यांगों को प्रेरित करना चाहते हैं. सभी को आत्मविश्वास और सम्मान के साथ जीना चाहिए. दिव्यांगता को अभिशाप मानकर घर पर बैठने के बयाए बाहर निकलना चाहिए.