नालंदा: बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहे पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशाद उल्लाह और मखदूम साहब के सज्जादा नशी पीर साहब का पुतला जलाना महंगा पड़ गया.
बिहार शरीफ के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन ने बिना अनुमति पुतला दहन करने और विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में लहेरी थाना में दो नामजद और 7 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
7 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी
प्राथमिकी में मीर अरशद हुसैन और अरशद जेन को नामजद और 7 अज्ञात लोग शामिल हैं. बिहारशरीफ के सोगरा वक्फ स्टेट के नए मोतवल्ली की नियुक्ति सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशाद उल्लाह ने की थी. जिसमें पीर साहब का भी सहयोग नए मोतवल्ली को किया गया.
पीर साहब का पुतला दहन
कुछ लोगों ने नए मोतवल्ली को लेकर विरोध दर्ज कराया और उनकी नियक्ति को अवैध बताया गया. लेकिन नए मोतवल्ली ने पदभार ग्रहण कर लिया. इसी को लेकर विरोध स्वरूप सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन और पीर साहब का पुतला दहन अस्पताल मोड़ पर किया गया.
जांच में जुटी पुलिस
आदर्श आचार संहिता लागू हो गया है. ऐसे में किसी प्रकार के जुलूस, सभा, पुतला दहन कार्यक्रम के आयोजन को लेकर अनुमति लेना अनिवार्य है. बावजूद बिना अनुमति पुतला दहन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसको लेकर लहेरी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. सभी लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने में जुट गई है. वहीं अज्ञात लोगों की भी पहचान की जा रही है.