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राजगीर में 8 सीटर रोपवे का आनंद उठा सकेंगे पर्यटक, अगस्त तक बनकर होगा तैयार

रोपवे को दूर्तगति देने के लिए कुल 6 टावर का निर्माण किया जा रहा है. यह रोपवे 10 मिनट में एक चकर पुरा कर लेगा.

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Published : Jun 3, 2019, 10:04 AM IST

रोपवे पर जाते लोग

नालंदाः राजगीर के रत्नागिरि पर्वत पर स्थित विश्व शांति स्तूप तक पहुंचने के लिए अब फोर सीटर की जगह आठ सीटर रोपवे का निर्माण किया जाएगा. इसका निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है. इस आठ सीटर रोपवे का निर्माण पुराने सिंगल सीटर रोवपे से साढे़ बारह मीटर पश्चिम की तरफ किया जा रहा है.

अब नहीं बनती फोर सीटर रोपवे
जानकारी के अनुसार रोपवे बनाने वाली कंपनी ने फोर सीटर रोपवे बनाने का काम बंद कर दिया है. इस वहज से भविष्य में इसका पार्ट-पूर्जा मिलना बंद हो सकता है. यही वजह है कि अब 8 सीटर रोपवे का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है. फोर सीटर रोपवे में 36 केबिन बनाया जाना था. लेकिन अब ऐट सीटर रोपवे में 20 केबिन ही होगा. ताकी भार क्षमता और वजट दोनों बराबर रह सके.

साल 2009 में मिली थी स्वीकृति
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2009 में ही अपने प्रवास यात्रा के दौरान राजगीर में फोर सिटर रोपवे निर्माण का फैसला लिया था. जिसे 12 माह में बन कर तैयार हो जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. लेकिन वन विभाग से क्लियरेंस मिलने में काफी सयम लग गया. इस कारण साल 2016 में इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया. तीन ट्रम में स्वाईल टेस्टिंग का कार्य पूरा किया गया. इसके बाद डिजायन की स्वीकृति की प्रकिृया पूरी की गई. केबिन और रोप का निर्माण भी किया जा चुका है.

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पुराना रोपवे

निर्माण का कार्य यूद्ध स्तर जारी
टावर निर्माण का कार्य यूद्ध स्तर पर किया जा रहा है. 6 टावर में से 4 टावर का निर्माण कार्य पुरा कर लिया गया है. 2 का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. बताते चलें कि अप्रैल 2018 तक इसे पुरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन कई कारणों और पहाड़ के कटिंग में होनें वाली कठिनाईयों के कारण अब इसे पुरा करने का लक्ष्य अगस्त 2019 रखा गया है. बिहार स्टेट टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इसके निर्माण कि जिम्मेदारी राईटस कंपनी को दी है. राईट्स इस रोपवे का निर्माण कोलकता कि कंपनी कन्वेयर एण्ड रोपवे सर्विसेज की देख रेख में करवा रही है.

रोपवे के लिए बनाये जाएंगे 6 टावर
रोपवे को दूर्तगति देने के लिए कुल 6 टावर का निर्माण किया जा रहा है. जिसकी उचाई जरूरत के अनुसार 200 मीटर से 250 मीटर तक होगी. जिसके सहारे रोप और रोप पर टावर लगे होगें. इनमें चार टावर का निर्माण कार्य पुरा कर लिया गया है. 1000 किलो भार क्षमता बाले 20 केविन यूक्त रोपवे की स्पीड लगभग तीन मिटर प्रति सेकेंड होगी. यानि10 मिनट में यह एक चकर पुरा कर लेगा. लोगों के चढ़ने और उतरने के लिए केबिन को चलते रोप से अलग कर गीयर के माध्यम से एक प्लेटफार्म पर रोका जायेगा. जहां लोग चढ़ और उतर सकेगें. जबकी वर्तमान के सिंगल रोपवे में चलते हुए अवस्था में ही लोगों को चढ़ना और उतरना होता है.

रोप वे पर जाते लोग

बनाया जा रहा है दो प्लेटफार्म
फोर सिटर रोपवे में चढ़नें उतरने के लिए दो प्लेटफार्म का निर्माण किया जा रहा है. जो कि उत्कृष्ट आधुनिक तकनीक पर अधारीत होगा. एक प्लेटफार्म उपरी और दूसरा निचली सतह पर होगा. जिसका निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है. वहीं यात्रियों को प्रतिक्षा के लिए वातानुकूलित सभी सुविधाओं से यूक्त दो मंजीला अत्याधुनिक प्रतिक्षालय का निर्माण नीचली सतह पर कराया जा रहा है.

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निर्माणाधीन रोपवे

पहाड़ को काटने में हुई परेशानी
राईटस इंजिनियर रोपवे प्रशांत कुमार ने बताया कि अत्याधुनिक केबिन और रोप बन कर तैयार है. पहाड़ के चटानों को काटने में परेशानी आ थी. कैमिकल और मैकनेकिल ब्लास्टाटिंग यहां फेल हो जा रही थी. गर्म करके पत्थर को तोड़ा जा रहा है. इसके वजह से फोर सीटर रोपवे के निर्माण कार्य समयनुसार पूरा नहीं किया जा सका. अब इसे पूरा करने का लक्ष्य इसी साल के अगस्त माह में रखा गया है.

क्या है आठ सीटर रोपवे की खासियत

  • फोर सीटर रोपवे की जगह अब बनेगा आठ सीटर रोपवे
  • यूरोप के ऑटोमैटिक मॉडल पर निर्मित होगा केबिन
  • अगस्त माह से पर्यटक उठा सकेगें रोपवे का आंदन
  • बच्चे भी ले सकेगें ऐट सिटर रोपवे का आन्नद
  • कुल 11 करोड़ 85 लाख रूपये होंगे खर्च
  • इसी साल रोपवे बनकर हो जाएगा तैयार
  • 600 मिटर लंबा होगा ऐट सीटर रोपवे
  • बिना रूके लगातार चलता रहेगा रोपवे
  • ऐट सीटर रोपवे में होगी 20 केबिन

क्या कहते हैं मंत्री
पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार का कहना है कि राजगीर में विश्वशांति स्तूप की 50 वीं वर्षगाठ इस साल मनाई जायेगी. यहां एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इस कार्यक्रम में महामहीम राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होगे. इसी को ध्यान में रखकर निर्माणाधीन आठ सीटर रोपवे का निर्माण अगस्त माह तक हर हाल में पूरा कर लेने का निर्देश दिया गया है.

नालंदाः राजगीर के रत्नागिरि पर्वत पर स्थित विश्व शांति स्तूप तक पहुंचने के लिए अब फोर सीटर की जगह आठ सीटर रोपवे का निर्माण किया जाएगा. इसका निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है. इस आठ सीटर रोपवे का निर्माण पुराने सिंगल सीटर रोवपे से साढे़ बारह मीटर पश्चिम की तरफ किया जा रहा है.

अब नहीं बनती फोर सीटर रोपवे
जानकारी के अनुसार रोपवे बनाने वाली कंपनी ने फोर सीटर रोपवे बनाने का काम बंद कर दिया है. इस वहज से भविष्य में इसका पार्ट-पूर्जा मिलना बंद हो सकता है. यही वजह है कि अब 8 सीटर रोपवे का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है. फोर सीटर रोपवे में 36 केबिन बनाया जाना था. लेकिन अब ऐट सीटर रोपवे में 20 केबिन ही होगा. ताकी भार क्षमता और वजट दोनों बराबर रह सके.

साल 2009 में मिली थी स्वीकृति
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2009 में ही अपने प्रवास यात्रा के दौरान राजगीर में फोर सिटर रोपवे निर्माण का फैसला लिया था. जिसे 12 माह में बन कर तैयार हो जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. लेकिन वन विभाग से क्लियरेंस मिलने में काफी सयम लग गया. इस कारण साल 2016 में इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया. तीन ट्रम में स्वाईल टेस्टिंग का कार्य पूरा किया गया. इसके बाद डिजायन की स्वीकृति की प्रकिृया पूरी की गई. केबिन और रोप का निर्माण भी किया जा चुका है.

roap way
पुराना रोपवे

निर्माण का कार्य यूद्ध स्तर जारी
टावर निर्माण का कार्य यूद्ध स्तर पर किया जा रहा है. 6 टावर में से 4 टावर का निर्माण कार्य पुरा कर लिया गया है. 2 का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. बताते चलें कि अप्रैल 2018 तक इसे पुरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन कई कारणों और पहाड़ के कटिंग में होनें वाली कठिनाईयों के कारण अब इसे पुरा करने का लक्ष्य अगस्त 2019 रखा गया है. बिहार स्टेट टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इसके निर्माण कि जिम्मेदारी राईटस कंपनी को दी है. राईट्स इस रोपवे का निर्माण कोलकता कि कंपनी कन्वेयर एण्ड रोपवे सर्विसेज की देख रेख में करवा रही है.

रोपवे के लिए बनाये जाएंगे 6 टावर
रोपवे को दूर्तगति देने के लिए कुल 6 टावर का निर्माण किया जा रहा है. जिसकी उचाई जरूरत के अनुसार 200 मीटर से 250 मीटर तक होगी. जिसके सहारे रोप और रोप पर टावर लगे होगें. इनमें चार टावर का निर्माण कार्य पुरा कर लिया गया है. 1000 किलो भार क्षमता बाले 20 केविन यूक्त रोपवे की स्पीड लगभग तीन मिटर प्रति सेकेंड होगी. यानि10 मिनट में यह एक चकर पुरा कर लेगा. लोगों के चढ़ने और उतरने के लिए केबिन को चलते रोप से अलग कर गीयर के माध्यम से एक प्लेटफार्म पर रोका जायेगा. जहां लोग चढ़ और उतर सकेगें. जबकी वर्तमान के सिंगल रोपवे में चलते हुए अवस्था में ही लोगों को चढ़ना और उतरना होता है.

रोप वे पर जाते लोग

बनाया जा रहा है दो प्लेटफार्म
फोर सिटर रोपवे में चढ़नें उतरने के लिए दो प्लेटफार्म का निर्माण किया जा रहा है. जो कि उत्कृष्ट आधुनिक तकनीक पर अधारीत होगा. एक प्लेटफार्म उपरी और दूसरा निचली सतह पर होगा. जिसका निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है. वहीं यात्रियों को प्रतिक्षा के लिए वातानुकूलित सभी सुविधाओं से यूक्त दो मंजीला अत्याधुनिक प्रतिक्षालय का निर्माण नीचली सतह पर कराया जा रहा है.

rope way
निर्माणाधीन रोपवे

पहाड़ को काटने में हुई परेशानी
राईटस इंजिनियर रोपवे प्रशांत कुमार ने बताया कि अत्याधुनिक केबिन और रोप बन कर तैयार है. पहाड़ के चटानों को काटने में परेशानी आ थी. कैमिकल और मैकनेकिल ब्लास्टाटिंग यहां फेल हो जा रही थी. गर्म करके पत्थर को तोड़ा जा रहा है. इसके वजह से फोर सीटर रोपवे के निर्माण कार्य समयनुसार पूरा नहीं किया जा सका. अब इसे पूरा करने का लक्ष्य इसी साल के अगस्त माह में रखा गया है.

क्या है आठ सीटर रोपवे की खासियत

  • फोर सीटर रोपवे की जगह अब बनेगा आठ सीटर रोपवे
  • यूरोप के ऑटोमैटिक मॉडल पर निर्मित होगा केबिन
  • अगस्त माह से पर्यटक उठा सकेगें रोपवे का आंदन
  • बच्चे भी ले सकेगें ऐट सिटर रोपवे का आन्नद
  • कुल 11 करोड़ 85 लाख रूपये होंगे खर्च
  • इसी साल रोपवे बनकर हो जाएगा तैयार
  • 600 मिटर लंबा होगा ऐट सीटर रोपवे
  • बिना रूके लगातार चलता रहेगा रोपवे
  • ऐट सीटर रोपवे में होगी 20 केबिन

क्या कहते हैं मंत्री
पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार का कहना है कि राजगीर में विश्वशांति स्तूप की 50 वीं वर्षगाठ इस साल मनाई जायेगी. यहां एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इस कार्यक्रम में महामहीम राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होगे. इसी को ध्यान में रखकर निर्माणाधीन आठ सीटर रोपवे का निर्माण अगस्त माह तक हर हाल में पूरा कर लेने का निर्देश दिया गया है.

Intro:nullBody:राजगीर आनेें बाले पर्यटक अब उठा सकेगेें ऐट सीटर रोपवे का आन्नद ।
बनाया जा रहा फोर सीटर रोपवे को आआठ सीटर में किया गया परिर्वतन ।
इसी साल रोपवे बनकर हो जायेगा तैयार ।
अगस्त माह से पर्यटक उठा सकेगें ऐट सीटर रोपवे का आंदन
फोटो -फोर सीटर रोपवे
राजगीर -अनुप दांगी
राजगीर के रत्नागिरि पर्वत के स्थित विश्व शांति स्तूप तक पहूचनें के लिए बनाया जाने बाला फोर सिटर रोपवे के जगह अब यहां आठ सीटर रोपवे का निर्माण किया जायेगा । इसका निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। इस आठ सीटर रोपवे का निर्माण पुराने सिंगल सीटर रोवपे से सटे साढे बारह मीटर पश्चिम तरफ किया जा रहा है ।बताते चलें कि मुख्य मंत्री नीतीश कुमार नें वर्ष 2009 में हीं अपनें प्रवास यात्रा के दौरान राजगीर में फोर सिटर रोपवे निर्माण का फैसला लिया था ।जिसे 12 माह में बन कर तैयार हो जानें का लक्ष्य निर्धारित किया गया था ।वन विभाग से क्लियरेंस मिलनें में काफी सयम लगनें के बाद वर्ष नम्बर 2016 में इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया ।तीन ट्रम में स्वाईल टेस्टींग का कार्य पूर्ण किया गया ।इसके बाद डिजायन की स्वीकृति की प्रकिृया पुरी की गयी ।केवीन और रोप का निर्माण भी किया जा चुका है । अब टावर निर्माण का कार्य यूद्ध स्तर पर किया जा रहा है । 6 टावर में से 4 टावर का निर्माण कार्य पुरा कर लीया गया है । 2 का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है । बताते चलें कि अप्रैल 2018 तक इसे पुरा करनें का लक्ष्य रखा गया था ।परन्तु तकनीकी कारणों तथा पहाड के कटिंग में होनें बाले कठिनाईयों के कारण अब इसे नवम्बर 18 तक पुरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था ।परंतु पहाड की चटानो के कटायी में आने बाली परेशानी के कारण इसका समय अवधी बढता चला गया ।अब इसे पुरा करने का लक्ष्य अगस्त 2019 रखा गया है।
600 मिटर लंबा होगा ऐट सीटर रोपवे ।
बताते चलें कि राजगीर में बननें बाला ऐट सीटर रोपवे 600 मिटर लंबा होगा ।सिजमें कुल 20 केबिन होगा ।प्रत्येक केबिन मे 8 लोगों के बैठनें हेतू सीट होगें ।बिहार स्टेट टूरिज्म काॅरपोसन लिमिटेड नें इसके निर्माण कि जिम्मेबारी राईटस कंपनी को दी है ।राईट्स इस रोपवे का निर्माण कोलकता कि कंपनी कन्वेयर एण्ड रोपवे सर्विसेज कोलकता कि कंपनी के देख रेख में करवा रही है ।
यूरोप मोडल के ओटोमेटिक मोडल पर निर्मित होगा केविन ।
रोपवे में लगाया जानें बाला केबिन यूरोप देशों से मंगाया जाना है ।यह केविन ओटोमेटिक और पुरी तरह से सुरक्षित होता है ।एक केविन का भार क्षमता 1000 केजी वजन का उठानें का होता है ।
बनाये जा रहे हैं 6 टावर
रोपवे को दूर्तगति देनें के लिए कुल 6 टावर का निर्माण किया जा रहा है ।जिसकी उचाई जरूरत के अनुसार 200 मीटर से 250 मीटर तक होगा ।जिसके सहारे रोप और रोप पर टावर लगे होगें ।इनमें चार टावर का निर्माण कार्य पुरा कर लिया गया है।
साढे तीन मिटर प्रति सेकेंड का होगा फोर सिटर रोपवे का स्पीड
1000 किलो भार क्षमता बाले 20 केविन यूक्त रोपवे का स्पीड लगभग तीन मिटर प्रति सेकेंड होगा ।अर्थात 10 मिनट में यह एक चकर पुरा कर लेगा ।इसकी खासीयत यह होगी कि यह बिना रूके निरंतर चलता रहेगा ।लोगों को चढनें उतरनें के लिए केवीन को चलते रोप से अलग कर गीयर के माध्यम से एक प्लेटफार्म पर रोका जायेगा ।जहां लोग चढ व उतर सकेगें । जबकी वर्तमान के सिंगल रोपवे में चलते हूये अवस्था में हीं लोगो को चढना और उतरना होता है ।ऐसे में बच्चों महिलाओं और बूर्जगों को चढनें उतरनें में परेशानी होती है । तथा गिरनें का भी डर बना रहता है ।जबकी नये रोपवे बन्द केविन यूक्त होगा ।जिसमें शीशे की परदर्शीता से लोग वनों एवं पहाडों के नैसर्किेग सुन्दरता को देख सकेगें ।
बच्चे भी ले सकेगें ऐट सिटर रोपवे का आन्नद
बताते चलें कि वर्तमान के सिंगल सिटर रोपवे में 5 वर्ष के कम आयू वर्ग के बच्चों को चढना मना है ।बच्चे को गोद में भी लेकर इसपर चढना मना है ।एसे में जो परिवार अपनें बच्चों के संग यहां आते है उन्हें निराश हो वापस लौटना पडता है ।जबकी ऐट सिटर रोपवे में बच्चें बुढे सभी चढ सकते हैं ।
बनाया जा रहा दो प्लेटफार्म
फोर सिटर रोपवे में चढनें उतरनें के लिए दो प्लेटफार्म का निर्माण किया जा रहा है ।जो कि उत्कृष्ट आधूनिक तकनीक पर अधारीत होगा ।एक प्लेटफार्म उपरी तथा दूसरा निचली सतह पर होगा ।जिसका निर्माण कार्य काफी तेज गती से चल रहा है । वहीं यात्रियों को प्रतिक्षा के लिए यहां वातानुकूलित सभी सुविधाओं से यूक्त दो मंजीला अत्याधुनिक प्रतिक्षालय का निर्माण नीचली सतह पर कराया जा रहा है ।नीचली सहत पर टीकट काटनें तथा उपरी सतह पर प्लेटफार्म व प्रतिक्षालय का निर्माण किया जा रहा है ।वहीं दो मंजिले इमारत तक पहूचनें के लिए एक्सीलेटर व लिफट भी लगानेें का प्रवधान है ।
11 करोड 85 लाख रू किया जायेगा व्यय
ऐट सीटर रोपवे के निर्माण पर कुल 11 करोड 85 लाख रू खर्च किया जाना है ।राईटस कंपनी को फसट इसके लिए बिहार स्टेट टूरिज्म डेवल्पमेंट काॅरपोरेशन के द्वारा राशी मूहैया करा दिया गया है
। 10 मिनट में एक चकर कर लेगा पुरा
नया ऐट सीटर रोपवे 10 मिनट में एक चकर पुरा कर लेगा ।जबकी पुराने बाले रोपवे को एक चकर पुर करने में 14 मिनट का समय लगता है।
फोर सीटर के जगह अब ऐट सीटर का होगा निर्माण ।
जानकारी के अनुसार फोर सीटर रोपवे बनाने बाली कंपनी ने फोर सीटर रोपवे बनाने का काम बंद कर दिया है।इस वहज से इसका भविष्य में इसका पार्ट पूर्जा मिलना बंद हो सकता है।इस वजह से इसके जगह अब ऐट सीटर रोपवे का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है ।फोर सीटर रोपवे में 36 केविन बनाया जाना था ।परंतु अब ऐट सीटर रोपवे मे 20 केवीन हीं होगा ।ताकी भार क्षमता और वजट दोनो बरकार रह सके।


क्या कहते हैं अधिकारी
राईटस इंजिनियर रोपवे प्रशांत कुमार - नें कहा कि अत्याधुनिक केवीन और रोप बन कर तैयार है । मैटेरियल रोपवे, फाउडेसन एवं टावर और प्लेटफार्म निर्माण का काम एकसाथ शुरू कर दिया गया है ।पहाड के चटानों को काटनें में परेशानी आ थी ,कैमिकल और मैकनेकिल ब्लास्टाटिंग यहां फेल हो जा रहे थे । गर्म करके पत्थर को तोडा जा रहा है।इसके वजह से फोर सीटर रोपवे के निर्माण कार्य समयनुसार पुरा नहीं किया जा सका है । अब इसे पुरा करने का लक्ष्य अगस्त माह मे रखा गया है।
निर्माण कंपनी कन्वेयर आॅफ रोपवे सर्विसेज के प्रोजेक्ट इंनियर- एस के ़ित्रपाठी - नें कहा कि काम काफी तेजी से किया जा रहा है । 70 प्रतिशत काम पुरा कर लिया गया है। अंतीम जुन माह में केवीन लगाने का काम किया जायेगा ।इसके वाद एक माह तक लगातार इसका टेंसटींग किया जायेाग ।अगस्त में इसे आम पर्यटकों के लिए चालु कर दिया जायेगा ।
क्या कहते हैं मंत्री
पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार कहते हैं कि राजगीर में विश्वशांति स्तूप की 50 वीं वर्षगाठ इस वर्ष मनाया जायेगा ।जिसपर एक बडा कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा ।इस कार्यक्रम में महामहीम राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होगे।इसी को ध्यान में रखकर निर्माणाधिन आठ सीटर रोपवे का निर्माण अगस्त माह तक हर हाल में पुरा कर लेने का निर्देश दिया गया है ।इसे जुन से पर्यटकों के लिए चालु कर दिया जायेगा ।Conclusion:null
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