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नालंदा: बाढ़ और सुखाड़ को लेकर DM की बैठक, खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित रखने का निर्देश

नालंदा में डीएम ने संभावित बाढ़ और सुखाड़ पूर्व की तैयारी को लेकर बैठक की. उन्होंने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया.

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Published : May 9, 2021, 6:12 PM IST

नालंदा: संभावित बाढ़ और सुखाड़ पूर्व तैयारी को लेकर डीएम योगेंद्र सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया, जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशुचारा के दर और आपूर्तिकर्ता के निर्धारण के लिए निविदा की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया. पशु दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखने के लिए आवश्यकता का आकलन करने को कहा गया.

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खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक
बाढ़ की स्थिति में पशु शरण स्थली को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया. जिला कृषि पदाधिकारी को आकस्मिक फसल योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया. जिला मत्स्य पदाधिकारी को संभावित क्षति के आकलन के लिए सारा डाटा बेस पूर्व से तैयार रखने का निर्देश दिया गया. जिला आपूर्ति पदाधिकारी को खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया. आपदा प्रबंधन और राहत वितरण से संबंधित सभी सामग्रियों के दर और आपूर्तिकर्ता के निर्धारण के लिए जिला स्तर से निविदा निकाली जा चुकी है. निविदा का निष्पादन करते हुए यह प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी.

क्विक रिस्पांस टीम की व्यवस्था
सभी प्रखंडों में संस्थापित वर्षा मापक यंत्र का 24 घंटे के अंदर भौतिक सत्यापन करते हुए आवश्यकतानुसार मरम्मती सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया गया. कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति को आवश्यक संसाधनों की स्टॉकिंग और क्विक रिस्पांस टीम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया गया. आपदा से संबंधित विभिन्न विभागों और स्तरों पर किए जाने वाले कैजुअल कार्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले श्रमिक और अन्य लोगों को यथासंभव पूर्व से चिन्हित कर सभी का कोविड वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया.

पेयजल और शौचालय की व्यवस्था
संभावित बाढ़ की स्थिति में सुरक्षित मानव आश्रय स्थल चिन्हित करते हुए लाइट, पेयजल और शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया. कोविड संक्रमण काल देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के उद्देश्य से अधिक से अधिक उपयुक्त आश्रय स्थलों को चिन्हित करने को कहा गया. पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, फ्लड कंट्रोल और अन्य विभागों को सभी सड़क, बांध तटबंध का भौतिक सत्यापन कर, कोई भी क्षतिग्रस्त या मरम्मत योग्य पॉइंट पाया जाए, तो इसकी तत्काल मरम्मती सुनिश्चित कराने को कहा गया.

बांध और तटबंधों का भौतिक सत्यापन
फ्लड कंट्रोल के कार्यपालक अभियंता को सभी बांध और तटबंधों का भौतिक सत्यापन संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी के साथ संयुक्त रूप से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. फ्लड फाइटिंग के लिए आवश्यक सामग्रियों का भंडारण उपयुक्त स्थानों पर सुनिश्चित करते हुए संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी के साथ इसका संयुक्त निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. जिले में मरम्मत योग्य सभी नावों की तत्काल मरम्मती सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया. सभी अंचल अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर गोताखोरों को पूर्व से चिन्हित रखने का निर्देश दिया गया.

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समय से सभी नालों की उड़ाही
जिला आपदा प्रभारी और सभी अनुमंडल पदाधिकारी को बाढ़ सुखाड़ से संबंधित पूर्व तैयारी की गहन समीक्षा अपने-अपने स्तर से भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को पेयजल की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने, चापाकलों की त्वरित मरम्मती और आवश्यकता पड़ने पर टैंकर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए तैयार रखने को कहा गया. सभी नगर निकायों को समय से सभी नालों की उड़ाही सुनिश्चित कराने को कहा गया.

हैलोजन टेबलेट, एंटी रेबीज और सर्पदंश की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया. डीएम ने कहा कि सभी पदाधिकारी अपने अपने दायित्व का समयबद्ध ढंग से निर्वहन करें. पुनः 2 सप्ताह बाद तैयारियों की गहन समीक्षा की जाएगी.

नालंदा: संभावित बाढ़ और सुखाड़ पूर्व तैयारी को लेकर डीएम योगेंद्र सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया, जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशुचारा के दर और आपूर्तिकर्ता के निर्धारण के लिए निविदा की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया. पशु दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखने के लिए आवश्यकता का आकलन करने को कहा गया.

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खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक
बाढ़ की स्थिति में पशु शरण स्थली को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया. जिला कृषि पदाधिकारी को आकस्मिक फसल योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया. जिला मत्स्य पदाधिकारी को संभावित क्षति के आकलन के लिए सारा डाटा बेस पूर्व से तैयार रखने का निर्देश दिया गया. जिला आपूर्ति पदाधिकारी को खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया. आपदा प्रबंधन और राहत वितरण से संबंधित सभी सामग्रियों के दर और आपूर्तिकर्ता के निर्धारण के लिए जिला स्तर से निविदा निकाली जा चुकी है. निविदा का निष्पादन करते हुए यह प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी.

क्विक रिस्पांस टीम की व्यवस्था
सभी प्रखंडों में संस्थापित वर्षा मापक यंत्र का 24 घंटे के अंदर भौतिक सत्यापन करते हुए आवश्यकतानुसार मरम्मती सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया गया. कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति को आवश्यक संसाधनों की स्टॉकिंग और क्विक रिस्पांस टीम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया गया. आपदा से संबंधित विभिन्न विभागों और स्तरों पर किए जाने वाले कैजुअल कार्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले श्रमिक और अन्य लोगों को यथासंभव पूर्व से चिन्हित कर सभी का कोविड वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया.

पेयजल और शौचालय की व्यवस्था
संभावित बाढ़ की स्थिति में सुरक्षित मानव आश्रय स्थल चिन्हित करते हुए लाइट, पेयजल और शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया. कोविड संक्रमण काल देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के उद्देश्य से अधिक से अधिक उपयुक्त आश्रय स्थलों को चिन्हित करने को कहा गया. पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, फ्लड कंट्रोल और अन्य विभागों को सभी सड़क, बांध तटबंध का भौतिक सत्यापन कर, कोई भी क्षतिग्रस्त या मरम्मत योग्य पॉइंट पाया जाए, तो इसकी तत्काल मरम्मती सुनिश्चित कराने को कहा गया.

बांध और तटबंधों का भौतिक सत्यापन
फ्लड कंट्रोल के कार्यपालक अभियंता को सभी बांध और तटबंधों का भौतिक सत्यापन संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी के साथ संयुक्त रूप से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. फ्लड फाइटिंग के लिए आवश्यक सामग्रियों का भंडारण उपयुक्त स्थानों पर सुनिश्चित करते हुए संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी के साथ इसका संयुक्त निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. जिले में मरम्मत योग्य सभी नावों की तत्काल मरम्मती सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया. सभी अंचल अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर गोताखोरों को पूर्व से चिन्हित रखने का निर्देश दिया गया.

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समय से सभी नालों की उड़ाही
जिला आपदा प्रभारी और सभी अनुमंडल पदाधिकारी को बाढ़ सुखाड़ से संबंधित पूर्व तैयारी की गहन समीक्षा अपने-अपने स्तर से भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को पेयजल की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने, चापाकलों की त्वरित मरम्मती और आवश्यकता पड़ने पर टैंकर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए तैयार रखने को कहा गया. सभी नगर निकायों को समय से सभी नालों की उड़ाही सुनिश्चित कराने को कहा गया.

हैलोजन टेबलेट, एंटी रेबीज और सर्पदंश की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया. डीएम ने कहा कि सभी पदाधिकारी अपने अपने दायित्व का समयबद्ध ढंग से निर्वहन करें. पुनः 2 सप्ताह बाद तैयारियों की गहन समीक्षा की जाएगी.

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