ETV Bharat / state

नालंदा में प्लास्टिक के सामान पर लगा प्रतिबंध, मिट्टी के बर्तनों की बढ़ी मांग

प्लास्टिक के बने सामान पर प्रतिबंध के बाद मिट्टी से बने बर्तनों की मांग बढ़ गई है. कुल्हड़ में चाय पीने का लोगों में क्रेज बढ़ता जा रहा है.

nalanda
मिट्टी के बने बर्तनों की बढ़ी मांग
author img

By

Published : Feb 15, 2020, 7:39 PM IST

नालंदा: जिले के बिहारशरीफ में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के जीवन में रोशनी जग गई है. जिला प्रशासन की ओर से प्लास्टिक के बने सामान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसके चलते मिट्टी के बने बर्तनों के उपयोग को बढ़ावा मिलना शुरू हो गया है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से समाहरणालय परिसर में कुल्हड़ में ही चाय को अनिवार्य कर दिया गया है.

कुम्हारों के चाक में गति
प्लास्टिक की वस्तुओं के धड़ल्ले से होने वाले प्रयोग के कारण कुम्हारों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया था, लेकिन सरकार की ओर से प्लास्टिक के बने सामान पर प्रतिबंध लगने के बाद कुम्हारों के चाक में गति देखने को मिल रही है. वहीं, सबसे ज्यादा मिट्टी के बने कुल्हड़ की मांग बढ़ गई है.

देखें पूरी रिपोर्ट

प्लास्टिक के सामान से बढ़ रहा था प्रदूषण
प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद कुम्हार की ओर से बनाए जाने वाले मिट्टी के बर्तन की मांग बढ़ने लगी है. बड़ी संख्या में लोग अब कुम्हारों के यहां पहुंच रहे हैं और मिट्टी के बर्तन की खरीदारी कर रहे हैं. प्लास्टिक का धड़ल्ले से उपयोग होने के कारण प्रदूषण बढ़ता जा रहा था, जिसके कारण सरकार ने प्लास्टिक पर रोक लगा दिया.

nalanda
कुल्हड़ में चाय पीने का बढ़ा क्रेज

कुल्हड़ में चाय पीने का बढ़ा क्रेज
मिट्टी से बने बर्तन खासकर कुल्हड़ की मांग बढ़ गई है. कुल्हड़ में चाय पीने का लोगों में क्रेज बढ़ता जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से समाहरणालय परिसर में कुल्हड़ में ही चाय को अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके कारण सभी अधिकारियों को कुल्हड़ में चाय दिया जा रहा है.

नालंदा: जिले के बिहारशरीफ में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के जीवन में रोशनी जग गई है. जिला प्रशासन की ओर से प्लास्टिक के बने सामान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसके चलते मिट्टी के बने बर्तनों के उपयोग को बढ़ावा मिलना शुरू हो गया है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से समाहरणालय परिसर में कुल्हड़ में ही चाय को अनिवार्य कर दिया गया है.

कुम्हारों के चाक में गति
प्लास्टिक की वस्तुओं के धड़ल्ले से होने वाले प्रयोग के कारण कुम्हारों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया था, लेकिन सरकार की ओर से प्लास्टिक के बने सामान पर प्रतिबंध लगने के बाद कुम्हारों के चाक में गति देखने को मिल रही है. वहीं, सबसे ज्यादा मिट्टी के बने कुल्हड़ की मांग बढ़ गई है.

देखें पूरी रिपोर्ट

प्लास्टिक के सामान से बढ़ रहा था प्रदूषण
प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद कुम्हार की ओर से बनाए जाने वाले मिट्टी के बर्तन की मांग बढ़ने लगी है. बड़ी संख्या में लोग अब कुम्हारों के यहां पहुंच रहे हैं और मिट्टी के बर्तन की खरीदारी कर रहे हैं. प्लास्टिक का धड़ल्ले से उपयोग होने के कारण प्रदूषण बढ़ता जा रहा था, जिसके कारण सरकार ने प्लास्टिक पर रोक लगा दिया.

nalanda
कुल्हड़ में चाय पीने का बढ़ा क्रेज

कुल्हड़ में चाय पीने का बढ़ा क्रेज
मिट्टी से बने बर्तन खासकर कुल्हड़ की मांग बढ़ गई है. कुल्हड़ में चाय पीने का लोगों में क्रेज बढ़ता जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से समाहरणालय परिसर में कुल्हड़ में ही चाय को अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके कारण सभी अधिकारियों को कुल्हड़ में चाय दिया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.