नालंदा : सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा से एक अलग ही मामला सामने आया है. जहां पुलिस और वार्ड पार्षद के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौड़ चल रहा है. बताया जा रहा है कि पुलिस 17 सितंबर को वार्ड पार्षद के घर पह पहुंची थी. पुलिस को वार्ड पार्षद के भाई भोसु यादव की तलाश थी. ऐसे में वार्ड पार्षद का कहना है कि उनकी गैर मौजूदगी में पुलिस ने उनके घर में घुसकर 50 हजार नगद की चोरी कर ली है. वहीं, पुलिस का कहना है कि वे वार्ड पार्षद के भाई को तलाश करने के लिए गए थे.
इसे भी पढ़े- बिहटा में पुलिसकर्मी पर लगा पैसा चोरी का आरोप, ग्रामीणों के साथ बवाल का VIDEO वायरल
दारोगा पर लगा सीसीटीवी घुमाने का आरोप: बताया जा रहा कि बिहारशरीफ मुख्यालय के वार्ड संख्या 28 के पार्षद संजय कुमार के यहां पुलिस उनके भाई भोसु यादव को तलाशने घर पर गई थी. घर में कोई पुरुष मौजूद नहीं था. घर के सारा सदस्य वैष्णो देवी गए थे. घर सिर्फ एक गर्भवती महिला और उसका बच्चा था. जिसके कारण महिला दरवाजा नहीं खोल रही थी. इस दौरान पुलिस की वहां लगे सीसीटीवी कैमरा पर नजर पड़ी. दरोगा ने घर में घुसने से पहले डंडा से सीसीटीवी कैमरा घुमा दिया. उसी दौरान महिला ने दरवाजा खोल दिया.
पुलिस पर चोरी का आरोप : दरवाजा खोलने के बाद पुलिस घर के अंदर प्रवेश कर गई और घर के एक-एक कमरे की तलाशी लेने लग गई. इस दौरान महिला गर्भवती होने के कारण ऊपर के कमरे में नहीं गई. पुलिस घर की तलाशी लेकर वापस चले गए. जब परिवार के लोग घर लौटे तो देखा घर में रखे 50 हजार रूपए नगद, आधार कार्ड और पैनकार्ड लापता था.
सादे लिबास में दोबारा गई थी पुलिस: इस मामले में वार्ड पार्षद संजय कुमार ने बिहार थाना इंसेक्टर से जानना चाहा तो उन्होंने जांच करने की बात कही. दूसरे दिन आधार कार्ड और पैन कार्ड को लौटा दिया. लेकिन पैसा वापस नहीं हुआ. जिसके कारण वार्ड पार्षद थानाध्यक्ष और डीएसपी पर पैसा वापस कराने के लिए दबाव बनाया.
पैसे वापस मांगने पर झूठा मामला दर्ज का आरोप: वार्ड पार्षद का सीधा आरोप है कि पुलिस द्वारा चोरी की गयी. 50 हजार रूपए वापस मांगने के कारण झूठा मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में वरीय अधिकारी जांच करे. अगर हमलोग दोषी हैं तो सजा भुगतने को तैयार हैं. वहीं, घटना के संबंध में नालंदा पुलिस दुर्गापूजा में प्रतिमा विसर्जन को लेकर कुछ भी कहने परहेज़ कर रही है.