नालंदा: बिहार के नालंदा जिले के थाना क्षेत्र स्थित पेंदा गांव में आपसी विवाद में तीन दिनों के भीतर दो युवकों को गोली मारने की घटना सामने आयी. इसके बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की है. पुलिस के रवैये से नाराज दर्जनों ग्रामीणों ने सदर डीएसपी कार्यालय पहुंचकर घेराव किया. ग्रामीणों का कहना था कि आरोपित बदमाश खुले आम गांव में घूम रहा है.
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केस उठाने की धमकीः गोली मारने की घटना में जख्मी पंकज कुमार की मां मरनी देवी, ग्रामीण प्रमिला देवी, संध्या देवी, पिंकी देवी, सरोवर राम व अन्य ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति में मामला दर्ज न कर केस को रफा दफा करने के मकसद से सामान्य तरह की गोलीबारी की घटना की प्राथमिकी दर्ज की है. घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. आरोपित बदमाश गांव में घूम रहा है और केस उठाने की धमकी दे रहा है.
पुलिस पर गंभीर आरोपः ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस गांव में शराब बेचने के आरोप में उन लोगों के घरों में ही छापेमारी कर जेल भेजने की धमकी देते हुए चुप रहने के लिए कह रही है. उनका कहना था कि मामले को एससी-एसटी के तहत दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए ताकि उनलोगों को न्याय मिल सके.
"दोनों घटनाओं में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. एक तरफा कार्रवाई की बात सरासर गलत है. गांव में शराब मिलने की सूचना पर ही पुलिस छापेमारी करने पहुंची थी. इस इलाके में शराब चुलाई की लगातार शिकायत मिलती है."- डॉ. शिब्ली नोमानी, सदर डीएसपी