नालंदा: बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से कार्य ठप है. ऐसे में अब जब कोरोना महामारी का असर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है, तो न्यायिक कार्य भी शुरू किया जा रहा है. सोमवार से वर्चुअल मोड में बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय में काम प्रारंभ हो जायेगा.
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जमानत की अर्जी पर सुनवाई
उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद वर्चुअल मोड में जमानत की अर्जी पर सुनवाई का आदेश दिया गया है. इसके बाद सोमवार से बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय में जमानत की अर्जी पर सुनवाई शुरू हो जायेगी. जिला और सत्र न्यायाधीश डाॅ. रमेश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि अब तक रिमांड के लिए कोर्ट खुले थे. लेकिन रिमांड के साथ-साथ अब जमानत भी दी जायेगी. हमारा मकसद यह नहीं है कि सभी लोगों को जेल भेज देना है. अगर जमानत देने का लोक मामला है, तो लोगों को जमानत मिलेगी.
व्यवहार न्यायालय पूरी तरह से बंद
बता दें कि कोरोना के कारण विगत 9 अप्रैल से बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय पूरी तरह से बंद है. जमानत कार्य नहीं होने से जेल में कैदियों की भीड़ बढ़ रही है. कई आरोपियों को जमानत मिलने के बावजूद कार्य बंदी से बेल बांड की प्रक्रिया नहीं होने से जेल से बाहर नहीं निकल सके.