नई दिल्ली: भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यानी 1 फरवरी 2025 को अपने कार्यकाल का आठवां बजट पेश किया. इस बजट में केंद्रीय मंत्री ने कई नई चीजों का ऐलान किया, पुरानी चीजों में सुधार किया, लेकिन एक खास क्षेत्र में वित्त मंत्री के नई घोषणाओं का इंतजार पूरे देश को था, जिसका नाम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी है.
वित्त मंत्री ने इस साल के बजट में एआई एजुकेशन पर खास ध्यान देने के लिए एक नया प्लान बनाया है. उन्होंने इसके लिए एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का प्रस्ताव पेश किया और इसके लिए 500 करोड़ रुपये की मंजूरी दी. आपको बता दें कि 2024 में पेश किए गए बजट के दौरान वित्त मंत्री ने एआई एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए 255 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जिसे अब बढ़ाकर लगभग दो गुना यानी 500 करोड़ रुपये कर दिया है.
वित्त मंत्री ने बताया सरकार का मकसद
केंद्रीय मंत्री ने संसद भवन में बजट पेश करने के दौरान दिए अपने भाषण में कहा कि, इस साल के बजट में सरकार का खास मकसद देश के किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं के जीवन को बेहतर करना है. इसके अलावा, इस बजट में सरकार ने रोजगार और नए इनोवेशन्स एरिया के लिए भी कई खास फैसले लिए हैं. उन्होंने अपने भाषण में बताया कि, कृषि क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने के अलावा एआई एजुकेशन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoEs) की स्थापना वाले प्लान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि, पिछले वित्त वर्ष के दौरान एआई एजुकेशन के लिए तीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का प्लान तैयार किया गया था और उसके लिए सरकार ने पिछले बजट में 255 करोड़ रुपये का आवंटन किया था, जैसा कि हमने आपको ऊपर भी बताया. अब भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में एआई एजुकेशन प्लान के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने वाली योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है. एआई के क्षेत्र में सरकार के इस कदम से भारत, दुनियाभर में चल रही एआई की रेस में आगे निकल सकता है.
ये भी पढ़ें: