नालंदा: बिहार में स्वास्थ व्यवस्था को लेकर सरकार और उनके मंत्री भले ही बड़े बड़े करते हैं लेकिन उसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है.आप यहां की स्वास्थ व्यवस्थाओं को देखकर चौक जाएंगे. ताजा मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा सदर अस्पताल (Nalanda Sadar Hospital) का है. जहां की स्वास्थ व्यवस्थाओं को देखकर चौक जाएंगे. यहां एक मात्र आईएसओ प्रमाणित अस्पताल है. जहां की स्वास्थ व्यवस्थाएं बिल्कुल चौपट है.
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स्वास्थ्य विभाग की लापरवाहीः स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव व्यवस्था को सुधारने के लिए भले अधिकारियों को चेतावनी दे रहे हैं और बैठक भी कर रहे हैं. यहां न तो मरीजों का समय से इलाज होता है न ही उन्हें दवा के साथ सरकारी सुविधाएं मुहैया कराई जाती है. हाल ही में जिला प्रशासन, पटना से स्वास्थ विभाग की टीम और विदेशी टीम भी यहां आकर स्वास्थ व्यवस्था को लेकर चर्चा किया. बावजूद लोगों को स्वास्थ सुविधाएं नहीं मिल पाने की वजह से उन्हें निजी क्लीनिक में इलाज कराने के लिए रुख करना पड़ता है. जिससे ज्यादा पैसे भी खर्च होते हैं.
शोभा की वस्तु बनकर रह गया सरकारी अस्पतालः सरकारी अस्पताल सिर्फ़ शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. यहां मरीजों को बेड और स्ट्रैचर नहीं मिलता, लेकिन आवारा कुत्तों के लिए कई वार्ड रैन बसेरा बना हुआ है. जहां आवारा कुत्ते मस्ती करते व आराम फरमाते नजर आ रहे हैं. यह कोई पहला मामला नहीं है. यहां आए दिन इस तरह की तस्वीर देखने को मिलती है. सदर अस्पताल परिसर से लेकर वार्ड और आसपास की सभी जगहों पर आवारा कुत्तों ने अपना बसेरा बना लिया. दिन हो या रात ऐसा लगता है कि अस्पताल ही इनका ठिकाना है.
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सदर अस्पताल में गार्ड की तैनाती की गई हैः सदर अस्पताल में मौजूद न तो स्वास्थ्य कर्मियों की नजर इस पर पड़ती है और न गार्ड देखते हैं. वहीं, जब इस मसले पर सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह से हमने बात किया तो उन्होंने कहा कि बेहद शर्मनाक तस्वीर है, इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी और जो गार्ड ड्यूटी पर तैनात हैं उनसे जवाब मांगा जाएगा.