नालंदा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने राजगीर के बिहार पुलिस अकादमी में पुलिस अवर निरीक्षक के दीक्षांत समारोह में कहा कि कहा कि बिहार में हर हाल में कानून का राज कायम करने के लिए काम किया जा रहा है. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस अकादमी के 1582 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक जिनमें 596 महिला पुलिस अवर निरीक्षक का प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें बधाई दी.
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''बिहार पुलिस अकादमी में दो हजार महिला और दो हजार पुरुष पुलिस बल के प्रशिक्षण की शुरूआत जल्द की जाएगी. बिहार में महिलाओं के विकास के लिए कई काम किए गए हैं. देश के किसी भी राज्य में बिहार जितना महिला पुलिस बल नहीं है. बिहार की आबादी के अनुसार पुलिस बलों की संख्या अधिक करने का प्रयास किया जा रहा है. बिहार के सभी थानों के हालात में सुधार किए गए हैं.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
सीम नीतीश कुमार ने प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक को अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि शराबबंदी को सभी प्रशिक्षु मजबूती से लागू करने का काम करें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस अकडमी में पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया. सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु को मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत भी किया.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग हुआ तो पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट नहीं था, इस दौरान काफी परेशानी हुई थी. बिहार में शिलान्यास के बाद भी कई बार निरीक्षण किया. इस अकादमी में प्रशिक्षण का काम हुआ. आज बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण पूरा हुआ है. 1582 पुलिस अवर निरीक्षक अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर हो रहे हैं, जिसने 596 महिला शामिल हैं.
उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि आज महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. 50 प्रतिशत महिला को पंचायती राज में आरक्षण से आगे लाने का काम शुरू किया. उसके बाद 2013 में पुलिस में 35 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की थी. उसके बाद सभी सरकारी सेवा में 2015 में 35 प्रतिशत महिला को नौकरी की घोषणा की थी.
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देश के किसी भी राज्य में पुलिस बल में इतनी महिला नहीं है, जितनी बिहार में है. कोई अन्य राज्य होता तो कितना विज्ञापन छपता, हम विज्ञापन बाज नहीं है, काम पर विश्वास रखते है. पुलिस की जिम्मेवारी काफी बड़ी है. कानून का राज्य कायम करना है. उन्होंने कहा कि जितने भी थाने हैं, वहां महिला थाना हैं और महिलाओं के लिए थाने में हर जरूरतों का ध्यान रखा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2016 में महिलाओं की मांग पर राज्य में शराबबंदी लागू हुई थी. कुछ लोग गड़बड़ करते हैं और पकड़े भी जा रहे हैं. अब आप लोगों की यह जिम्मेवारी है कि शराबबंदी वाले गड़बड़ करने वालों पर नजर रखें और गड़बड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें.
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हालांकि, मुख्यमंत्री ने अपने अभिभाषण के दौरान यह माना कि शराबबंदी के बाद शुरूआती तीन महीनों में काफी अच्छा काम हुआ. उसी तीन माह के अनुरूप काम करें. सरकार की तरफ से पुलिस की जरूरतों को पूरा किया जाता है. हम आज तक पुलिस के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करते हैं. ना बचाने और ना फंसाने का काम किया. सब कुछ अच्छे से कीजिये, लोगों का विश्वास बढ़ेगा.
मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण पर लोगों को सचेत रहने की बात कही. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोरोना संक्रमण की दर कम हो रही है, उसी प्रकार लोगों में लापरवाही देखने को मिल रही है. उन्होंने कार्यक्रम में शामिल लोगों से कहा कि यहां भी लोगों में शारीरिक दूरी और मास्क का प्रयोग कम देखा जा रहा है. इस मामले में ध्यान दें. कोरोना गाइडलाइन का पालन करें. शारीरिक दूरी बनाकर रखें. मास्क अनिवार्य रूप से पहनें और हाथ की सफाई करते रहें. उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर कोरोना से निपटने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. टीकाकरण हो रहा है, जांच हो रही है.
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इस अवसर पर डीजीपी एसके सिंघल ने कहा कि यहां से प्राप्त प्रशिक्षण और अनुभव लेकर प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक पुलिसिंग को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे. बिहार में विधि व्यवस्था और अपराध उन्मूलन की दिशा में सभी प्रशिक्षु महत्वपूर्ण योगदान देने का काम करें.