नालंदा : देश में बढ़ते संक्रमण के बीच बिहार में लोक आस्था का महान पर्व चैती छठ पूजा की शुरुआत हो चुकी है, जिसको लेकर प्रशासन पहले से अलर्ट पर है. प्रशासन ने लॉक डाउन के चलते सभी छठ घाटों की पूजा समितियों से घाट पर पूजा न करवाने की अपील की थी. बावजूद इसके, छठव्रतियों की आस्था पर कोरोना का कोई प्रभाव नहीं पड़ा. प्रशासन के अलर्ट के बाद भी लोगों ने जागरूकता नहीं दिखाई और लोग सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखते हुए छठ घाट पहुंचे.
अर्घ्य के समय सोशल डिस्टेंस को फॉलो करते नजर नहीं आए लोग
दरअसल, बिहार शरीफ से कुछ ही दूरी पर स्थित रहुई प्रखंड के मोरातलाव छठघाट पर शाम के साढे़ पांच बजते ही छठव्रतियों का आना शुरू हो गया. छठघाट पर व्रतियों के पहुंचने के बाद अर्घ्य के समय लोग सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करते नजर नहीं आए. बड़ी बात यह रही कि घाट पर ग्राम रक्षा सेवा दल समिति के सदस्यों ने सभी छठव्रतियों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक भी किया था और अर्घ्य देने के दौरान एक-दूसरे से दूरी बनाने की अपील भी की थी.
कोरोना वायरस के कारण नहीं दिखी उत्सुकता
इसको लेकर जब छठव्रतियों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि भगवान भास्कर से यह दुआ है कि बिहार समेत पूरे देश में जो कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उसको जल्द दूर करें. इस बार छठ पूजा में जो उत्सुकता दिखनी चाहिए, वह कोरोना वायरस के कारण नहीं दिख रही है.