नालंदा: जिले में पहले चरण की कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है. इसके लिए एक सप्ताह के अंदर नालंदा में वैक्सीन पहुंच जाएगा. पहले चरण की वैक्सीनेशन की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इन तैयारियों को लेकर क्षेत्रिय अपर निदेशक डॉ. राजकिशोर चौधरी नालंदा पहुंचे.
अपर निदेशक ने लिया वैक्सीनेशन सेंटरों का जायजा
इस दौरान अपर निदेशक ने नगरनौसा, चंडी, सदर अस्पताल समेत कई वैक्सीनेशन सेंटरों का जायजा लिया. पहले फेज में सभी प्राथमिक और अनुमंडलीय अस्पतालों में लगभग 14 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हर वैक्सीनेशन बूथ पर 3 कमरे होंगे. जिसमें ऑब्जर्वेशन रूम वो जगह होगी जहां टीका लगवाने के बाद लाभार्थी को 30 मिनट इंतजार करना होगा.
'कोरोना वैक्सीन के दो डोज 28 दिनों के अंतराल पर लगाना आवश्यक है. दो डोज लगवाने के बाद ही यह लंबे समय तक कारगर है. इसके अनुसार ही माइक्रोप्लान भी बनाए गए हैं. इससे आपाधापी भी नहीं होगी. लोग सेंटर तक धैर्य के साथ आएं. सरकार सभी लोगों तक सरलता से वैक्सीन पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है'. -डॉ. चौधरी
'चार चरणों में सभी लोगों को वैक्सीन लगाया जाना है. इसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी. हालांकि, नवजात व गर्भवती महिलाओं को लेकर अभी तक कोई गाइड लाइन जारी नहीं की गयी है. अगले चरण में टीकाकरण शुरू होने तक इसका गाइड लाइन आ जाएगा. तब उसके अनुसार आगे का काम होगा'. -डॉ. राम सिंह, सीएस
कैसे होंगे वैक्सीनेशन बूथ पर व्यवस्था ?
28 दिन के अंतराल पर कोरोना वैक्सीन के दो डोज लगेंगे.
इसके लिए हर वैक्सीनेशन केंद्र पर तीन कमरों की व्यवस्था की जा रही है.
इस कमरे में पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा भी रहेगी.
वैक्सीन लगाने के बाद आधा घंटा तक लोगों को सामाजिक दूरी नियमों का पालन करते हुए डॉक्टरों निगरानी में रखा जाएगा.
सब कुछ ठीक रहने पर लोग घर जा सकेंगे.
इस दौरान हर आपदा से निपटने की पूरी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने की है.