मुजफ्फरपुर: जिले में चार्जशीटेड शराबी और शराब तस्करों को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल में तेजी लाई जाएगी. इस बाबत तिरहुत रेंज के आईजी गणेश कुमार ने मद्य निषेध कांडों की मॉनिटरिंग कर रहे मुख्यालय डीएसपी के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने शराबबंदी से जुड़ें मामले मे आरोपियों की सजा की संख्या कम रहने पर असंतोष व्यक्त किया.
'स्पीडी ट्रायल के तहत हो कार्रवाई'
बैठक में आईजी गणेश कुमार ने मुख्यालय डीएसपी को निर्देश देते हुए कहा कि सभी चार्जशीटेड अरोपियों को स्पीडी ट्रायल के दायरे में लाया जाए. उन्होंने बताया कि सजा में तेजी आने से शराबियों और शराब तस्करों पर दबाव बढ़ेगा. जिससे सफल शराब बंदी को बल मिलेगा.
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'जब्त गाड़ियों की होगी नीलामी'
बैठक के दौरान आईजी ने तिरहुत रेंज के अंतर्गत आने वाले चारों जिलों के मद्द निषेध करवाई की समीक्षा भी की. उन्होंने शराब के मामले में चल रहे अनुसंधान, ट्रायल और जब्त वाहनों की फाइले भी खंगाली. उन्होंने बैठक में शामिल अधिकारियों को जब्त गाड़ियों का सत्यापन कर जल्द से जल्द नीलामी प्रस्ताव संबंधित जिले के डीएम को भेजने का आदेश दिया.
शराब बंदी के हो चुके हैं 3 साल
गौरतलब है कि प्रदेश में शराबबंदी के 3 साल होने हैं. ऐसे में इस दौरान शायद ही कोई एक दिन ऐसा बीता हो जिसमें शराबबंदी कानून तोड़ने की बात नहीं हुई हो. सरकारी आंकड़े के तहत सूबे में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद अब तक कुल 1 लाख 16 हजार से भी ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. वहीं इस दौरान लगभग 2 लाख से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.