मुजफ्फरपुर: गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेत्री मृदुला सिन्हा का निधन बीते बुधवार को हो गया. मृदुला सिन्हा के निधन के बाद जहां कई नेताओं ने शोक जताया है. वहीं, जैसे ही उनके मौत की खबर उनके पैतृक गांव कांटी छपरा के ग्रामीणों को लगी, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
निधन की खबर सुनते ही ग्रामीण बेहद दुखी हैं. जैसे ही निधन की खबर उनके पतृक गांव पहुंची छठ की सारी उमंग फीकी पड़ गई. ग्रामीणों ने उनकी स्मृति में आज गांव में शाम में एक शोक सभा का आयोजन किया गया.
ग्रामीण बताते हैं कि मृदुला मृदुला सिन्हा आखिरी बार 2018 में अपने पैतृक गांव आई थी. उसके बाद वह गांव नहीं आई थी. लेकिन आज भी गांव के लोग उनको याद कर भावुक हो जाते हैं.
गौरतलब है कि मृदुला सिन्हा का जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के छपरा गांव में हुआ था. स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्री काल में वे केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा थीं. वे एक सुविख्यात हिंदी लेखिका के साथ-साथ बीजेपी की केंद्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी थीं.