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VIDEO: प्रतिबंध के बावजूद मुजफ्फरपुर में हथियारों के साथ निकाला ताजिया जुलूस, एक युवक गिरफ्तार

बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में हथियार के साथ ताजिया जुलूस निकालने का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो के आधार पर एक युवक को तमंचे के साथ देखा गया. जिसके बाद पुलिस ने उस युवक को धर दबोचा है. देखें वीडियो...

मुजफ्फरपुर
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Published : Aug 21, 2021, 4:02 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में जिले के कटरा थाना क्षेत्र में मोहर्रम (Muharram) के अवसर पर एक युवक के द्वारा कमर में पिस्टल रखकर ताजिया खेलने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.

ये भी पढ़ें- सारण: त्योहारों पर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों पर सख्त होगी कार्रवाई, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

वायरल वीडियो में पिस्टल के साथ एक युवक ताजिया जुलूस में देखा गया. जहां हजारों की भीड़ के सामने युवक हथियार का प्रदर्शन कर रहा था. वायरल वीडियो के मुजफ्फरपुर के कटरा के होने का दावा किया जा रहा है. वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और कटरा पुलिस ने आरोपी युवक को धर दबोचा है.

देखें वीडियो

हालांकि, युवक के पास से अभी तक आर्म्स बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है. पूरे मामले में डीएसपी पूर्वी मनोज पांडे ने कहा कि चाहे कोई भी हो कानून अपना काम करेगा, दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी.

ये भी पढ़ें- बेतिया: मोहर्रम में नहीं निकलेगा जुलूस, पूर्ण रूप से रहेगा प्रतिबंध

बता दें कि बिहार में इस साल सादगी से मोहर्रम मनाया गया. कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus Infection) से बचाव की गाइडलाइन (COVID-19 Guideline) के तहत सरकार ने ताजिया जुलूस (Tazia Procession) और सड़कों पर भीड़ लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया था. सार्वजनिक रूप से ताजिया जुलूस निकालने पर रोक लगा दी गई थी. हालांकि, इन्‍हें घरों में स्‍थापित करने पर रोक नहीं लगाई गई. बिहार के डीजीपी एसके सिंघल के अनुसार मोहर्रम के अवसर पर कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर धार्मिक स्‍थलों सहित जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती (Deployment of Police Force) की गई.

इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक पैगंबर-ए-इस्‍लाम हजरत मुहम्‍मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को मोहर्रम के महीने में कर्बला की जंग में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. 680 ईस्वी में कर्बला की जंग हुई थी. इसमें हजरत इमाम हुसैन और बादशाह यजीद की सेना के बीच लड़ाई हुई थी. मुहर्रम के महीने में दसवें दिन हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसे आशूरा भी कहा जाता है. इसीलिए मुहर्रम के दसवें दिन को बहुत खास माना जाता है.

ये भी पढ़ें- प्रतिबंध के बावजूद मोहर्रम में निकाला गया अखाड़ा और डीजे, 20 नामजद और 300 अज्ञात पर FIR दर्ज

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में जिले के कटरा थाना क्षेत्र में मोहर्रम (Muharram) के अवसर पर एक युवक के द्वारा कमर में पिस्टल रखकर ताजिया खेलने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.

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वायरल वीडियो में पिस्टल के साथ एक युवक ताजिया जुलूस में देखा गया. जहां हजारों की भीड़ के सामने युवक हथियार का प्रदर्शन कर रहा था. वायरल वीडियो के मुजफ्फरपुर के कटरा के होने का दावा किया जा रहा है. वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और कटरा पुलिस ने आरोपी युवक को धर दबोचा है.

देखें वीडियो

हालांकि, युवक के पास से अभी तक आर्म्स बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है. पूरे मामले में डीएसपी पूर्वी मनोज पांडे ने कहा कि चाहे कोई भी हो कानून अपना काम करेगा, दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी.

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बता दें कि बिहार में इस साल सादगी से मोहर्रम मनाया गया. कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus Infection) से बचाव की गाइडलाइन (COVID-19 Guideline) के तहत सरकार ने ताजिया जुलूस (Tazia Procession) और सड़कों पर भीड़ लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया था. सार्वजनिक रूप से ताजिया जुलूस निकालने पर रोक लगा दी गई थी. हालांकि, इन्‍हें घरों में स्‍थापित करने पर रोक नहीं लगाई गई. बिहार के डीजीपी एसके सिंघल के अनुसार मोहर्रम के अवसर पर कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर धार्मिक स्‍थलों सहित जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती (Deployment of Police Force) की गई.

इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक पैगंबर-ए-इस्‍लाम हजरत मुहम्‍मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को मोहर्रम के महीने में कर्बला की जंग में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. 680 ईस्वी में कर्बला की जंग हुई थी. इसमें हजरत इमाम हुसैन और बादशाह यजीद की सेना के बीच लड़ाई हुई थी. मुहर्रम के महीने में दसवें दिन हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसे आशूरा भी कहा जाता है. इसीलिए मुहर्रम के दसवें दिन को बहुत खास माना जाता है.

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