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मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन का बयान- चमकी बुखार से 13 दिन में 47 बच्चों की मौत

आपको बता दें कि चमकी बुखार बच्चों के लिए काल बनता जा रहा है. एक आंकड़े के अनुसार इस बीमारी के कारण 2010 से अब तक 1,245 बच्चे पीड़ित हुए है. इनमें 392 बच्चों की मौत हो चुकी है.

सिविल सर्जन
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Published : Jun 13, 2019, 8:43 PM IST

मुजफ्फपुर: जिले के एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में जून महीने में अब तक 47 बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो चुकी है. इस बात की जानकारी मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह ने दिया है.

मालूम हो इन दिनों बिहार में चमकी बुखार का प्रकोप लगातार जारी है. इस बीमारी से अब तक 62 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, सरकारी आकड़ों के मुताबिक अब तक 34 बच्चों की मौत हुई है.

मीटिंग आयोजित

चमकी बुखार से अब तक 62 की मौत
बुधवार शाम तक इस बुखार से चार और बच्चों की मौत हो गई है. जिले के एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में देर रात तक 22 नए मरीजों को भर्ती किया गया है. बीते 12 दिनों में चमकी बुखार से 62 बच्चों की मौत हो गई.

डॉक्टरों का सुझाव
इस बीमारी का अटैक ज्यादातर सुबह में ही होता है. इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए डॉक्टरों ने कहा है कि बच्चों पर खास ध्यान देने की जरूरत है. बच्चों में पानी की कमी न होने दें. इस बीमारी में मृतक बच्चों में से अधिकांश की उम्र 1 से 7 वर्ष के बीच है.

2010 का आंकड़ा
आपको बता दें कि चमकी बुखार बच्चों के लिए काल बनता जा रहा है. एक आकड़ों के अनुसार इस बीमारी के कारण 2010 से अबतक 1,245 बच्चे पीड़ित हुए है. इनमें 392 बच्चों की मौत हो चुकी है.

मुजफ्फपुर: जिले के एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में जून महीने में अब तक 47 बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो चुकी है. इस बात की जानकारी मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह ने दिया है.

मालूम हो इन दिनों बिहार में चमकी बुखार का प्रकोप लगातार जारी है. इस बीमारी से अब तक 62 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, सरकारी आकड़ों के मुताबिक अब तक 34 बच्चों की मौत हुई है.

मीटिंग आयोजित

चमकी बुखार से अब तक 62 की मौत
बुधवार शाम तक इस बुखार से चार और बच्चों की मौत हो गई है. जिले के एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में देर रात तक 22 नए मरीजों को भर्ती किया गया है. बीते 12 दिनों में चमकी बुखार से 62 बच्चों की मौत हो गई.

डॉक्टरों का सुझाव
इस बीमारी का अटैक ज्यादातर सुबह में ही होता है. इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए डॉक्टरों ने कहा है कि बच्चों पर खास ध्यान देने की जरूरत है. बच्चों में पानी की कमी न होने दें. इस बीमारी में मृतक बच्चों में से अधिकांश की उम्र 1 से 7 वर्ष के बीच है.

2010 का आंकड़ा
आपको बता दें कि चमकी बुखार बच्चों के लिए काल बनता जा रहा है. एक आकड़ों के अनुसार इस बीमारी के कारण 2010 से अबतक 1,245 बच्चे पीड़ित हुए है. इनमें 392 बच्चों की मौत हो चुकी है.

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