मुजफ्फरपुर: बिहार राज्य महिला आयोग की टीम बुधवार को मुजफ्फरपुर पहुंची और दुष्कर्म की शिकार बिन ब्याही मां से मुलाकात की. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा कल दोपहर पीड़िता से मिलने उसके गांव पहुंची. इस दौरान उन्होंने पीड़िता और ग्रामीणों से घटना के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिया.
बता दें कि जिले में एक 15 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म के बाद मां बनने और ग्रामीणों द्वारा नवजात को 20 हजार रुपए में बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया. गांव के ही रहने वाले एक मौलाना और एक अन्य शख्स पर दुष्कर्म का आरोप है. मामला संज्ञान में आने का बाद दोनों आरोपी फरार हैं.
डेढ़ माह के मासूम को बेचने का प्रयास
जानकारी के मुताबिक नाबालिग के साथ पहले तो गांव के ही मौलवी और एक अन्य युवक ने दुष्कर्म किया. जब नाबालिग बिन ब्याही मां बनी तो पूरे गांव ने पीड़ित परिवार को ही कसूरवार ठहरा दिया. इतना ही नहीं, पंचायत ने उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया और डेढ़ माह के मासूम को बेचने के लिये 20 हजार रुपए की कीमत भी तय कर दी. पूरा प्रकरण सामने आने के बाद पीड़िता के पिता ने नवजात और आरोपियों के डीएनए टेस्ट कराने की मांग की. जिला पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया.
दो महिनों तक मौलाना ने किया शारीरिक शोषण
पीड़िता ने बताया कि दुष्कर्म का आरोपी मौलाना जिले के एक मस्जिद में रहता था. उसके लिए गांव के सभी घरों से अलग-अलग दिनों में खाना भेजा जाता था. इसी क्रम में कुछ महीने पहले पीड़िता जब मौलाना के लिए खाना लेकर गई, तो मौलाना ने पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया. लड़की जब बेहोश हो गई तो मौलाना ने उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद अगले दो महीनों तक तीन बच्चों का बाप मौलाना नाबालिग के साथ यह घिनौना खेल खेलता रहा.
नाबालिग को जान से मारने की दी धमकी
मौलाना की घिनौनी हरकत का किसी को पता न चले, इसके लिए वह लगातार पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी देता था. इसी बीच जिले के रहने वाले एक युवक को मौलाना के हरकतों के बारे में पता चल गया. इसके बाद इसने भी नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाना शुरू कर दिया. जानकारी के मुताबिक दोनों शादी शुदा हैं.