मुजफ्फरपुर: प्रदेश में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत का मामला पूरे देश में सुर्खियों में है. इस मामले में एसकेएमसीएच के प्रशासन ने एक्शन ली है. एसकेएमसीएच के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. वहीं, नर कंकाल मामले में अस्पातल प्रशासन ने एक जांच टीम का गठन किया है.
मुजफ्फरपुर में ही सिर्फ एईएस से सैकड़ों बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मामले में एसकेएमसीएच प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. यहां तैनात सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर भीमसेन कुमार को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भीमसेन कुमार को 19 जून को पीएमसीएच से एसकेएमसीएच भेजा था.
नर कंकाल मामले में जांच टीम का गठन
वहीं, एसकेएमसीएच में शनिवार को नर कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया था. इस मामले में एसकेएमसीएच प्रशासन ने जांच का आदेश दिया है. एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की है. इस मामले की जांच प्राचार्य और अधीक्षक संयुक्त रूप से जांच करेंगे.
चमकी बुखार से 180 बच्चों की मौत
बता दें कि चमकी बुखार का कहर जारी है. एसकेएमसीएच में शनिवार देर रात को भी इस बीमारी से एक बच्चे ने दम तोड़ दिया. इसके बाद मौत का आंकड़ा अब 180 पहुंच गया है. इसके साथ ही शनिवार को चमकी बुखार से ग्रसित 16 नए बच्चे भी अस्पताल में भर्ती हुए. वहीं, अस्पताल परिसर में शनिवार को नर कंकाल मिलने से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं.