मुजफ्फरपुर: जिले में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण जिले की नदियां उफान पर हैं. चारों तरफ बाढ़ का पानी जमा होने से लोग पहले से ही परेशान थे. बाढ़ का दंश झेल रहे लोगों का कहना है कि अब बारिश होने से परेशानियां और बढ़ जाएंगी.
उफान पर बागमती और बूढ़ी गंडक
बागमती और बूढ़ी गंडक नदी उफान पर है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. नदियों का बढ़ता जलस्तर देख लोग सहमे हुए हैं. लोगों की फसलें बर्बाद हो गयी हैं. बाढ़ की वजह से कई लोग बेघर हो चुके हैं. जिला प्रशासन की तरफ से हरसंभव कोशिश की जा रही है कि पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाई जा सके.
बाढ़ से लोगों की मौत
जिले में अब तक 21 लोगों के मौत की बात सामने आ रही है, लेकिन जिला अधिकारी का कहना है कि अब तक बाढ़ से 3 लोगों की ही मौत हुई है. अधिकारियों द्वारा मरने वालों की संख्या दबाने की कोशिश की जा रही है.
बिहार के 12 जिले बाढ़ से बेहाल हैं. मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज और सीतामढ़ी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. सरकार की तरफ से इन जिलों में कुल 81 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां 76 हजार से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के भोजन की व्यवस्था के लिए 712 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है.