मुजफ्फरपुर: जिले के मीनापुर प्रखंड मुख्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है. पिछले ढाई वर्षों से बैठक नहीं बुलाए जाने को लेकर जनप्रतिनिधि जिले के मीनापुर प्रखंड मुख्यालय के बाहर अनशन पर बैठ गए हैं. इनका आरोप है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रखंड प्रमुख की मिली भगत से प्रखंड में लूट-खसोट मची हुई है.
प्रखंड मुख्यालय के बाहर अनशन
अनशनकारियों का कहना है कि पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा की जा रही है. जिसको लेकर मुखिया, पंचायत समिति और वार्ड सदस्य प्रखंड मुख्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. अनशन पर बैठे अनशनकारियों ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों से प्रखण्ड मुख्यालय में विकास को लेकर कोई बैठक नहीं बुलाई गई है. जिसकी वजह से प्रखंड क्षेत्र में विकास की सभी योजना भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया है.
यह भी पढ़े: शीतकालीन सत्र: सुशील मोदी ने सदन में पेश किया 12457 करोड़ से अधिक का द्वितीय अनुपूरक बजट
आम लोगों को हो रही परेशानी
इस दौरान अनशनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रखंड प्रमुख के सह पर प्रखंड में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रखंड प्रमुख के पति शिक्षा माफिया हैं. उनकी मिलीभगत से सभी काम में दलाली की मोटी रकम ली जाती है. जिसकी वजह से आम लोगों से लेकर जनप्रतिनिधियों को भी परेशानी का समाना करना पड़ता है.