मुजफ्फरपुर: चाइनीज ऐप के बहिष्कार के बाद देशभर के लोग देसी ऐप की डिमांड करने लगे. ऐसे में कोरोना काल के दौरान वर्चुअल मीटिंग हो या वीडियो संवाद, सभी के लिए एक ऐप की तलाश भी शुरू हुई. इसमें ज्यादातर ऐप विदेशी हैं, जिनका इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन अब चिंता करने की कोई बात नहीं. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले संतोष एंड टीम ने ऐसा देसी ऐप बनाया है, जो एक बार में 170 लोगों के साथ मीटिंग करने में सक्षम है.
ऑनलाइन मीटिंग की राह को स्वदेशी पहचान देने का ख्वाब देखने वाले संतोष श्रीवास्तव और उनकी टीम ने दिन रात एक कर 'संपर्क भारत' ऐप को बनाया है. संपर्क भारत के बारे में बताते हुए संतोष कहते हैं कि ये पूरी तरह देसी ऐप है और इसकी खास बात ये है कि इससे आपका डाटा कहीं भी लीक नहीं होगा. संपर्क भारत ऐप पूरी तरह फ्री है और इसमें विज्ञापन नहीं आने वाले.
मुजफ्फरपुर पॉलेटेक्निक के छात्रों का धमाल
संतोष श्रीवास्तव और उनकी टीम के युवा राजकीय मुजफ्फरपुर पॉलिटेक्निक के छात्र हैं. इस ऐप को बनाने के लिए चार छात्रों की मेहनत, लगन, तपस्या काम आई है. इस ऐप को क्रिएट करने के बाद वीडियो संवाद की राह आसान हुई है.
कॉलेज का पूरा सहयोग
स्वदेशी ऐप को विकसित करने में मुजफ्फरपुर राजकीय पॉलिटेक्निक कालेज के अध्यापकों की भी बड़ी अहम भूमिका रही है. विशेष रूप से इस ऐप को बनाने ओर उसको मार्केट में लाने में कंप्यूटर साइंस के निखिल कुमार ने महत्वपूरण भूमिका निभाई है.