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Muzaffarpur News: जेल प्रशासन की गजब कहानी.. जमानत किसी और को मिली, रिहा कर दिया किसी और को

मुजफ्फरपुर जिले के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा (Shaheed Khudiram Bose Central Jail) में अजीबोगरीब मामला सामने आया. न्यायालय द्वारा जमानत किसी और की दी गयी थी और जेल प्रशासन किसी और को रिहा कर दिया. इस तरह का मामला सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. हमनाम के कारण जेल से रिहा किए गए आरोपी को पुनः पकड़ कर न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेज दिया गया है. पढ़िये विस्तार से.

Muzaffarpur News
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Published : Mar 27, 2023, 4:41 PM IST

मुजफ्फरपुरः मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन ( Muzaffarpur Jail Administration) की कारगुजारी सुर्खियां बटोर रही है. मामला 20 नवंबर 2022 का है. मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र के शंकर पट्टी के रहने वाले रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार को जमानत मिली. कोर्ट का ऑर्डर उनके वकील के माध्यम से जेल प्रशासन को भेजा गया. जेल प्रशासन ने तमाम प्रक्रिया पूरी करने के बाद जेल में बंद दूसरे गुड्डू कुमार को रिहा कर दिया. यह गुड्डू भी उसी गांव का रहने वाला है. लेकिन, इसके पिता का नाम धनेश्वर राय है.

इसे भी पढ़ेंः बिहार की सिवान जेल में वसूली का खेल: बिकता है गांजा, चंपी कराते हैं सिपाही.. VIDEO वायरल

कारा अधीक्षक से रिपोर्ट तलबः इधर जब रामदेव सहनी के परिजन गुड्डू के रिहा होने के इंतजार करते रहे. परिजनों को जब पता चला कि किसी और गुड्डू को रिहा कर दिया गया है तो इसको लेकर जेल प्रशासन पर सवाल खड़ा किया. इसको लेकर संबंधित विभाग को भी पत्र भेजा गया, तब जाकर विभागीय जांच शुरू हुई. विभागीय जांच में यह साफ हो गया कि इस तरह की गलती हुई है. जिसके बाद मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा के अधीक्षक बृजेश कुमार से रिपोर्ट तलब की गई.

सहायक अधीक्षक निलंबितः कारा अधीक्षक ने जांच के बाद प्रवेश प्रभारी सह सहायक अधीक्षक प्रियंका के खिलाफ रिपोर्ट भेज दी. क्योंकि यह काम उन्हीं के द्वारा भूलवश की गयी थी. बिना पूरा नाम पता मिलाए गुड्डू नामक युवक को छोड़ दिया था. जेल अधीक्षक की रिपोर्ट पर कारा एवं सुधार सेवाए निरीक्षणालय, गृह विभाग ने उक्त प्रवेश प्रभारी सह सहायक अधीक्षक प्रियंका को निलंबित कर दिया गया. निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय हाजीपुर मंडल कारा रहेगा. हमनाम के कारण जेल से रिहा किए गए गुड्डू को पुलिस ने पुनः पकड़ कर न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेज दिया है.

मुजफ्फरपुरः मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन ( Muzaffarpur Jail Administration) की कारगुजारी सुर्खियां बटोर रही है. मामला 20 नवंबर 2022 का है. मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र के शंकर पट्टी के रहने वाले रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार को जमानत मिली. कोर्ट का ऑर्डर उनके वकील के माध्यम से जेल प्रशासन को भेजा गया. जेल प्रशासन ने तमाम प्रक्रिया पूरी करने के बाद जेल में बंद दूसरे गुड्डू कुमार को रिहा कर दिया. यह गुड्डू भी उसी गांव का रहने वाला है. लेकिन, इसके पिता का नाम धनेश्वर राय है.

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कारा अधीक्षक से रिपोर्ट तलबः इधर जब रामदेव सहनी के परिजन गुड्डू के रिहा होने के इंतजार करते रहे. परिजनों को जब पता चला कि किसी और गुड्डू को रिहा कर दिया गया है तो इसको लेकर जेल प्रशासन पर सवाल खड़ा किया. इसको लेकर संबंधित विभाग को भी पत्र भेजा गया, तब जाकर विभागीय जांच शुरू हुई. विभागीय जांच में यह साफ हो गया कि इस तरह की गलती हुई है. जिसके बाद मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा के अधीक्षक बृजेश कुमार से रिपोर्ट तलब की गई.

सहायक अधीक्षक निलंबितः कारा अधीक्षक ने जांच के बाद प्रवेश प्रभारी सह सहायक अधीक्षक प्रियंका के खिलाफ रिपोर्ट भेज दी. क्योंकि यह काम उन्हीं के द्वारा भूलवश की गयी थी. बिना पूरा नाम पता मिलाए गुड्डू नामक युवक को छोड़ दिया था. जेल अधीक्षक की रिपोर्ट पर कारा एवं सुधार सेवाए निरीक्षणालय, गृह विभाग ने उक्त प्रवेश प्रभारी सह सहायक अधीक्षक प्रियंका को निलंबित कर दिया गया. निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय हाजीपुर मंडल कारा रहेगा. हमनाम के कारण जेल से रिहा किए गए गुड्डू को पुलिस ने पुनः पकड़ कर न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेज दिया है.

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