मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में जल जमाव (Water Logging) की पीड़ा से कराह रहे शहर की समस्या को लेकर पूर्व नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा (Suresh Sharma) ने नगर निगम और जिला प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं.
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शहर के जल जमाव की समस्या पर सुरेश शर्मा ने कहा कि शहर को जल जमाव से निजात दिलाने के लिए उन्होंने केंद्रीय अमृत योजना के तहत 185 करोड़ की राशि तीन एसटीपी के निर्माण के लिए आवंटित की गई थी. जिसका उन्होंने विधिवत शिलान्यास भी किया था. लेकिन, नगर निगम और जिला प्रशासन की उदासीन रुख के कारण अभी भी ये योजना अधर में लटकी हुई है. इसके पूरा हुए बगैर मुजफ्फरपुर शहर को जल जमाव से मुक्ति मिलने वाली नहीं है.
शहर के जलजमाव को लेकर पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने नगर निगम और जिला प्रशासन के साथ नगर विधायक की भूमिका पर सवाल उठाया है. सुरेश शर्मा ने कहा कि शहर को जल जमाव से निजात दिलाने के लिए सभी को एक साथ आकर तीन एसटीपी के निर्माण को लेकर सकारात्मक पहल करनी होगी, तभी शहर को जलजमाव से निजात मिल सकेगी. गौरतलब है कि इसी जल जमाव की समस्या को लेकर इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नगर विधायक सुरेश शर्मा को जनता की नाराजगी उठानी पड़ी थी.
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बता दें कि मुजफ्फरपुर में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है. बारिश से हुए जल जमाव से शहर के सभी प्रमुख गली मोहल्लों की हालत नरक जैसी हो गई है. सड़क से लेकर दुकान और घरों तक सभी जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है. जल जमाव की सबसे विकट समस्या मिठनपुरा, कल्याणी चौक, स्टेशन रोड और मोतीझील की है. यहां स्थिति बाढ़ जैसी नजर आ रही है.