मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का (Flood Affected Area) निरीक्षण करना एक मुखिया प्रतिनिधि और अंचलाधिकारी (CO) पारसनाथ राय को महंगा पड़ गया. इस दौरान बाढ़ पीड़ितों ने जमकर हंगामा किया. महिलाओं ने मुखिया प्रतिनिधि का कॉलर पकड़ कर धक्का-मुक्की की. वहीं, सीओ के वाहन का घेराव कर उन्हें गाड़ी से उतार लिया और इलाके में 3 किलोमीटर पैदल चलवाया.
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ये पूरा मामला कटरा प्रखंड के तेहवारा का है. हंगामा की सूचना मिलने के बाद कटरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशितों को समझा बुझाकर शांत कराया. इसके बाद वहां से सकुशल सीओ को निकाला जा सका. दरअसल, कटरा प्रखंड के दर्जनों गांव के लोग बाढ़ का कहर झेल रहे हैं. बाढ़ पीड़ित इस बात से आक्रोशित थे कि काफी दिनों से उनका कोई हाल जानने नहीं आया है.
जब कटरा सीओ और मुखिया प्रतिनधि निरीक्षण करने पहुंचे थे. सीओ अपनी सरकारी वाहन से निरीक्षण कर रहे थे. ये देख यहां के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. भीड़ ने जबरन उन्हें वाहन से उतार लिया और क्षेत्र में पैदल चलवाया. बाढ़ पीड़ितों में सबसे अधिक महिलाएं आक्रोशित थीं. जैसे ही उन्होंने मुखिया प्रतिनिधि को देखा, उनका आक्रोश बढ़ गया. उन्होंने कहा कि इतने दिनों तक हमलोगों को कोई देखने नहीं आया. अब हाल जानने आए हैं. वहां से जाने को कहा.
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इसी बीच कुछ महिलाओं ने मुखिया प्रतिनिधि का कॉलर पकड़कर धक्का-मुक्की कर दी. किसी तरह उन्होंने वहां से भागकर अपनी जान बचाई. बाढ़ पीड़ित लोगों ने कहा- 'दो माह से अधिक समय से हम लोग बाढ़ का कहर झेल रहे हैं. अब तक कोई सुविधा स्थानीय मुखिया की तरफ से नहीं मिली. अब जब पंचायत चुनाव का समय नजदीक आया है तो चेहरा चमकाने आ गए हैं.