मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर के मोतीपुर-सरैया स्टेट हाईवे स्थित दिस्तौलिया में बाइक सवार दो अपराधियों ने एक सीएसपी संचालक छोटे कुमार से लूटपाट और गोलीबारी की. इस दौरान सीएसपी संचालक किसी तरह जान बचाकर भाग गया, लेकिन वहां मौजूद एक महिला के हाथ में गोली लग गई. सीएसपी संचालक ने डेढ़ लाख रुपये की लूट होने का दावा किया है. जबकि पुलिस इसे सिरे से खारिज कर रही है.
सीएसपी संचालक से डेढ़ लाख की लूटः बताया जाता है कि छोटे कुमार का बड़ा भाई राकेश भी सीएसपी चलाता है. बीते 21 दिसंबर को मोतीपुर से लौटने के दौरान उससे भी अपराधियों ने तीन लाख रुपये लूट लिए थे. एक अपराधी को पकड़ने के बाद मोतीपुर पुलिस ने छोड़ दिया था. इधर, दोनों भाइयों से लूट और अपराधी को पकड़ कर छोड़ देने से नाराज लोगों ने दिस्तौलिया में सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. एक घंटे तक स्टेट हाईवे पर ट्रैफिक बंद रहा.
"श्रीसिया में मेरा सीएसपी है. ढाई लाख कैश लेकर कथैया थाना होते हुए घर लौट रहे थे. डेढ़ लाख कैश जैकेट के पॉकेट में था. एक लाख बैग में था. इसी बीच दो बाइक सवार अपराधी आए और जैकेट के पॉकेट से डेढ़ लाख कैश ले लिए. तब तक हम घर के पास पहुंच गए और अपराधी फायरिंग कर भाग निकले. इसमें एक गोली स्थानीय गुड़िया नाम की महिला को लग गई. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है"- छोटे कुमार, सीएसपी संचालक
सीएसपी संचालक के भाई का आरोपः वहीं, कथैया थानेदार रामनाथ प्रसाद का कहना है कि कैश लूट की घटना नहीं हुई है. गलत जानकारी दी जा रही है. उधर बड़े भाई का आरोप है कि उसके साथ हुई लूट की घटना में सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद मोतीपुर थाना प्रभारी ने एक अपराधी को पकड़ा था. उससे पहचान भी कराई थी, लेकिन अपराधी को छोड़ दिया गया. इस संबंध में मोतीपुर थानेदार का कहना है कि उसके खिलाफ ठोस साक्ष्य नहीं था.
"एक शख्स को संदेह के आधार पर पकड़ा गया था, वह पहले भी जेल जा चुका है. जब उसका सीडीआर निकाला गया तब वह घटना के तीन दिन पहले व बाद तक हाजीपुर में अपने संबंधी के घर था. कैश लूट की प्राथमिकी अज्ञात पर थी. कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिलने पर उसे छोड़ा गया"- थाना प्रभारी, मोतीपुर
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