मुजफ्फरपुर: बिहार के कई जिलों में कोरोना टेस्ट फर्जीवाड़े पर अब बीजेपी के तमाम बड़े नेता सरकार के बचाव में सामने आ गए हैं. मुजफ्फरपुर पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कोरोना फर्जीवाड़ा मामले पर सरकार का बचाव करते हुए इस पूरे प्रकरण को मानवीय भूल करार दिया है. संजय जायसवाल ने मुजफ्फरपुर के दौरे के दौरान ये बातें कहीं.
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'बिहार की मौजूदा सरकार ने कोरोना काल में बहुत अच्छा काम किया है. ऐसे में 18 लाख जांच के आंकड़ों के महज 600 मोबाइल नम्बर की गलत एंट्री महज मानवीय भूल है. ऐसे में विपक्ष इस मामले पर अनावश्यक हाय तौबा मचा रहा है.'- डॉ संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
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जवाब देना हुआ मुश्किल
हालांकि इस प्रकरण में मीडिया के तल्ख सवालों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ज्यादा समय तक टिक नहीं पाए. बाद में उन्होंने फर्जीवाड़ा मामले पर पूछे गए सवाल को बीच में ही छोड़कर निकल गए.
क्या है मामला?
दरअसल, बिहार में कोरोना जांच में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, 16 जनवरी, 18 जनवरी और 25 जनवरी को जमुई जिले के सिकन्दरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कुल 183 लोगों की जांच हुई.
13 लोगों के नाम पर लिखा एक मोबाइल नंबर?
हालांकि, जांच में जो खुलासा हुआ वो हैरान करने वाला था. रिपोर्ट की माने तो, सिकंदरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिन लोगों का कोरोना जांच किया गया था, उनमें से 13 लोग ऐसे हैं, जिनके नाम के सामने एक ही मोबाइल नंबर लिखा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, जिला मुख्यालय में डाटा एंट्री स्टॉफ ने जमीनी स्तर पर काम करने वाले पीएचसी के कर्मचारियों को दोषी ठहराया है.
इस पूरे मामले पर जांच जारी है. लेकिन बीजेपी इस बड़े घोटाले में बचाव की मुद्रा मे है. वहीं विपक्ष मुद्दे पर लगातार सरकार को घेर रहा है.