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मुजफ्फरपुर: पशु शेड का निर्माण कराए बगैर ही निकाल लिए पैसे, बड़े पैमाने पर सरकारी राशि की बंदरबांट - big scam in Construction of animal shed

लाभुक किसान अजय पासवान उसके आधार कार्ड और अन्य कागजात लेने के बाद पशु शेड का निर्माण किया गया. लेकिन आधा-आधूरा निर्माण करवाकर ही संवेदकों ने सरकारी राशि की निकासी कर ली.

मुजफ्फरपुर
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Published : Oct 11, 2020, 12:47 PM IST

मुजफ्फरपुर: औराई प्रखंड अंतर्गत रामपुर पंचायत में सरकारी राशि के बंदरबांट का मामला सामने आया है. दरअसल, प्रदेश में सरकार पशुओं के लिए बनने वाले शेड के लिए लाभुकों को राशि दे रही है. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और बिचौलियों से मिलीभगत के कारण बिना शेड का निर्माण कराए ही राशि को निकाला जा रहा है. कई मामले तो ऐसे भी सामने आए हैं, जिनमें लाभुकों को पता ही नहीं और उनके नाम पर राशि निकाल ली गई है.

शेड निर्माण में धांधली
इसको लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने जब लाभुक किसान अजय पासवान से बात कि तो अजय ने बताया कि आधार कार्ड और अन्य कागजात लेने के बाद हमारे जमीन पर पशु शेड का निर्माण किया गया. लेकिन आधा-आधूरा निर्माण करवाकर सरकारी राशि की निकासी कर ली गई. वहीं, मामले पर वार्ड सदस्य बिसौरी ठाकुर ने बताया कि रोजगार सेवक से निर्माण कार्य में लापरवाही को लेकर लेकर कई बार शिकायत की, लेकिन उनकी बातों पर रोजगार सेवक ने ध्यान नहीं दिया. वार्ड सदस्य ने बताया कि जिन किसानों के पशु शेड का निर्माण हो चुका है. उसमें किसान तो क्या जानवर को भी रखना खतरा है. उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की जांच करने की अपील की.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई- डीएम
इस मामले पर जब ईटीवी भारत की टीम ने मनरेगा अधिकारी से बात की तो, उन्होंने कार्य में लापरवाही की बात स्वीकर की. उन्होंने बताया कि मामले के बारे में विभाग के वरीय अधिकारियों को सूचना दे दी गई है. वहीं, पशु शेड निर्माण में लापरवाही के बारे में डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि अगर पशु शेड निर्माण में किसी तरह की लापरवाही बरती गई है. तो उसी जगह पर फिर से शेड का निर्माण कराया जाएगा. डीएम ने आगे कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

मुजफ्फरपुर: औराई प्रखंड अंतर्गत रामपुर पंचायत में सरकारी राशि के बंदरबांट का मामला सामने आया है. दरअसल, प्रदेश में सरकार पशुओं के लिए बनने वाले शेड के लिए लाभुकों को राशि दे रही है. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और बिचौलियों से मिलीभगत के कारण बिना शेड का निर्माण कराए ही राशि को निकाला जा रहा है. कई मामले तो ऐसे भी सामने आए हैं, जिनमें लाभुकों को पता ही नहीं और उनके नाम पर राशि निकाल ली गई है.

शेड निर्माण में धांधली
इसको लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने जब लाभुक किसान अजय पासवान से बात कि तो अजय ने बताया कि आधार कार्ड और अन्य कागजात लेने के बाद हमारे जमीन पर पशु शेड का निर्माण किया गया. लेकिन आधा-आधूरा निर्माण करवाकर सरकारी राशि की निकासी कर ली गई. वहीं, मामले पर वार्ड सदस्य बिसौरी ठाकुर ने बताया कि रोजगार सेवक से निर्माण कार्य में लापरवाही को लेकर लेकर कई बार शिकायत की, लेकिन उनकी बातों पर रोजगार सेवक ने ध्यान नहीं दिया. वार्ड सदस्य ने बताया कि जिन किसानों के पशु शेड का निर्माण हो चुका है. उसमें किसान तो क्या जानवर को भी रखना खतरा है. उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की जांच करने की अपील की.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई- डीएम
इस मामले पर जब ईटीवी भारत की टीम ने मनरेगा अधिकारी से बात की तो, उन्होंने कार्य में लापरवाही की बात स्वीकर की. उन्होंने बताया कि मामले के बारे में विभाग के वरीय अधिकारियों को सूचना दे दी गई है. वहीं, पशु शेड निर्माण में लापरवाही के बारे में डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि अगर पशु शेड निर्माण में किसी तरह की लापरवाही बरती गई है. तो उसी जगह पर फिर से शेड का निर्माण कराया जाएगा. डीएम ने आगे कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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