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मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी, SKMCH में तीन और बच्चों में AES की हुई पुष्टि

मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (Chamki Fever In Muzaffarpur ) का कहर जारी है. एसकेएमसीएच में तीन और बच्चों में चमकी बुखार की पुष्टि हुई है. बीमार बच्चों का आंकड़ा अब बढ़कर 57 हो गया है. चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों में शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, वैशाली, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर के बच्चे शामिल हैं.

मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी
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Published : Jul 28, 2021, 1:15 PM IST

मुजफ्फरपुर: जिले में पड़ रही तेज उमस वाली भीषण गर्मी (Heavy Heat) की वजह से लगातार जिले में चमकी बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. एक बार फिर एसकेएमसीएच (SKMCH) में तीन बच्चों के चमकी बुखार (AES) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. जिसके साथ अब चमकी बुखार से जुड़े मामलों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है.

ये भी पढ़ें- Muzaffarpur News: चमकी बुखार से पीड़ित 3 बच्चे केजरीवाल अस्पताल में भर्ती, आंकड़ा पहुंचा 54

फिलहाल मुज़फ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल (SKMCH Hospital) में चमकी बुखार से पीड़ित छह बच्चे पीकू वार्ड (PICU Ward) में इलाजरत है. वहीं तीन बच्चे शहर के केजरीवाल अस्पताल में भर्ती हैं. मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों में शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, वैशाली, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर के बच्चे शामिल हैं.

गौरतलब है कि अभी तक जिले में चमकी बुखार से जुड़े सबसे अधिक मामले जून महीने में आते रहे हैं लेकिन इस बार मौसम में आये बदलाव की वजह से जुलाई में चमकी बुखार से जुड़े मामलों में अप्रत्याशित रूप से इजाफा नजर आ रहा है. जहां अब एसकेएमसीएच के साथ निजी अस्पताल में भी चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले दस दिनों में चमकी बुखार से जुड़े बीस से अधिक मामले सामने आए हैं वहीं अभी भी मौसम के मिजाज को देखते हुए इसमें और तेजी आने की आशंका जताई जा रही है. वहीं इस वर्ष अभी तक चमकी बुखार से 11 बच्चों की मौत भी हो चुकी है.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: चमकी बुखार से पीड़ित 3 बच्चे SKMCH में भर्ती, आकड़ा 50 के पार

बता दें कि चमकी बुखार में अक्सर रात के तीसरे पहर और सुबह तेज बुखार का अटैक आता है. ये बीमारी उन बच्चों पर ज्यादा प्रभावी होती है जिनका ग्लूकोज लेवल कम रहता है. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग ने एईएस प्रभावित इलाकों में बच्चों को सही न्यूट्रिशन देने को कहा है. चमकी बुखार से बच्चों की जान बचाने के लिए समय पर इलाज जरूरी है.

तेज बुखार, शरीर में ऐंठन, बेहोशी और जबड़े कड़े होना चमकी बुखार के मुख्य लक्षण हैं. बच्चे में अगर ये लक्षण दिखें तो उसे जल्द से जल्द अस्पताल ले जाना चाहिए. चमकी बुखार से पीड़ित बच्चे को पानी और ओआरएस का घोल पिलाते रहना चाहिए. तेज बुखार हो तो शरीर को ताजे पानी से पोछना चाहिए. माथे पर गीले कपड़े की पट्टी लगानी चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवा या अन्य सीरप देना चाहिए.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के मामलों में आई तेजी, SKMCH के पीकू वार्ड में 8 बच्चे भर्ती

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: SKMCH में चमकी बुखार से एक बच्ची की मौत, आंकड़ा पहुंचा 10

मुजफ्फरपुर: जिले में पड़ रही तेज उमस वाली भीषण गर्मी (Heavy Heat) की वजह से लगातार जिले में चमकी बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. एक बार फिर एसकेएमसीएच (SKMCH) में तीन बच्चों के चमकी बुखार (AES) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. जिसके साथ अब चमकी बुखार से जुड़े मामलों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है.

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फिलहाल मुज़फ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल (SKMCH Hospital) में चमकी बुखार से पीड़ित छह बच्चे पीकू वार्ड (PICU Ward) में इलाजरत है. वहीं तीन बच्चे शहर के केजरीवाल अस्पताल में भर्ती हैं. मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों में शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, वैशाली, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर के बच्चे शामिल हैं.

गौरतलब है कि अभी तक जिले में चमकी बुखार से जुड़े सबसे अधिक मामले जून महीने में आते रहे हैं लेकिन इस बार मौसम में आये बदलाव की वजह से जुलाई में चमकी बुखार से जुड़े मामलों में अप्रत्याशित रूप से इजाफा नजर आ रहा है. जहां अब एसकेएमसीएच के साथ निजी अस्पताल में भी चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले दस दिनों में चमकी बुखार से जुड़े बीस से अधिक मामले सामने आए हैं वहीं अभी भी मौसम के मिजाज को देखते हुए इसमें और तेजी आने की आशंका जताई जा रही है. वहीं इस वर्ष अभी तक चमकी बुखार से 11 बच्चों की मौत भी हो चुकी है.

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बता दें कि चमकी बुखार में अक्सर रात के तीसरे पहर और सुबह तेज बुखार का अटैक आता है. ये बीमारी उन बच्चों पर ज्यादा प्रभावी होती है जिनका ग्लूकोज लेवल कम रहता है. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग ने एईएस प्रभावित इलाकों में बच्चों को सही न्यूट्रिशन देने को कहा है. चमकी बुखार से बच्चों की जान बचाने के लिए समय पर इलाज जरूरी है.

तेज बुखार, शरीर में ऐंठन, बेहोशी और जबड़े कड़े होना चमकी बुखार के मुख्य लक्षण हैं. बच्चे में अगर ये लक्षण दिखें तो उसे जल्द से जल्द अस्पताल ले जाना चाहिए. चमकी बुखार से पीड़ित बच्चे को पानी और ओआरएस का घोल पिलाते रहना चाहिए. तेज बुखार हो तो शरीर को ताजे पानी से पोछना चाहिए. माथे पर गीले कपड़े की पट्टी लगानी चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवा या अन्य सीरप देना चाहिए.

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