मुंगेर : बिहार के मुंगेर (Munger) जिले में जब खनन विभाग ने एक ट्रक की पकड़कर जांच की अधिकारी भी दंग रह गए कि किस तरह ब्लैक स्टोन डस्ट के नीचे छुपाकर बालू की तस्करी (Sand Smuggling) की जा रही है. दरअसल मुफसिल थाना इलाके में एक ट्रक को स्थानीय ट्रक एशोसिएशन के लोगों ने पकड़ा और जांच की तो पाया कि ब्लैक स्टोन डस्ट में अवैध बालू छिपाया गया है.
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ट्रक एससोसिएशन के सदस्य रंजीत यादव ने बताया कि आये दिन डीटीओ के साथ खनन विभाग की मिली भगत से बालू का अवैध कारोबार हो रहा है. इस मामले में फोन करने केएक घंटे बाद मौके पर पहुंचे खनिज विकास पदाधिकारी गोपाल साह पहुंचे तो वे भी देख हक्का बक्का रह गए कि कैसे ब्लैक स्टोन डस्ट के नीचे छुपा के बालू का अवैध कारोबार किया जा रहा है.
'ट्रक को कब्जे में लेकर थाना में लगा दिया गया है. अब इसके कागजात की जांच की जा रही है. अगर कागजात नही मिले तो इसपर विधि सम्मत फाइन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि रॉयल्टी तौर पर जुर्माना के नाम पर दो लाख रुपये का भुगतान अगर यह लोग कर देते हैं तो बालू समेत ट्रक को ले जा सकते हैं. इसके आगे हमारा अधिकार क्षेत्र नहीं है.' :- गोपाल शाह, खनिज विकास पदाधिकारी
बता दें कि तस्करी रोकने को लेकर अवैध बालू खनन मामले में बिहार सरकार ने हाल ही बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस मुख्यालय ने चार इंस्पेक्टर और 14 एसआई को निलंबित किया है. इससे पहले बिहार सरकार के गृह विभाग के आरक्षित शाखा की अधिसूचना के मुताबिक अवैध बालू खनन में संलिप्त दो आईपीएस (IPS), चार डीएसपी (DSP) समेत कुल 18 अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी. भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर पोरिका समेत चार डीएसपी तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनुपम कुमार और संजय कुमार को निलंबित किया गया था.
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