मुंगेरः मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना में शामिल 'हर घर नल का जल' योजना के तहत वार्ड क्रियान्वयन समिति के जरिए नवनिर्मित जलमीनार उद्घाटन के बाद ही धराशाही हो गया. जलमीनार गिरने से 10 हजार लीटर का प्लास्टिक टंकी टूट गया. जबकि वहां मौजूद कई लोग बाल-बाल बच गए.
निर्माण में गुणवत्ता की थी कमी
बताया जाता है कि सदर प्रखंड नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या दस में वार्ड क्रियान्वयन समिति के जरिए जलमीनार और पाइप द्वारा जलापूर्ति निर्माण का कार्य किया गया. जिसकी कुल लागत 16 लाख 54 हजार रुपये थी. जलमीनार के लिए लोहे का स्टैंड और बेस बनाया गया था. स्टैंड पर दस हजार लीटर की दो टंकी को रखने के लिए बेस तैयार किया गया, जिसमें गुणवत्ता की कमी थी. कार्य समाप्त होने के बाद इसका उद्घाटन मुखिया विभा देवी और वार्ड सदस्य निर्मला देवी समेत कई स्थानीय प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से किया.
चालू होते ही गिर पड़ी टंकी
इसके बाद जलमीनार को भरने के लिए बोरिंग मशीन से दोनों टंकियों में पानी भरने के लिए चालू किया गया. चालू होने के कुछ मिनट बाद ही जलमीनार पानी का भार लोहे के स्टैंड और बेस पर पड़ा. जिससे लोहे का एंगल और बेस ज्यादा भार नहीं सह सका और टूट गया. एंगल और बेस के टूटते ही पानी की दोनो टंकियां सहित अन्य सामग्री नीचे गिर कर धराशाई हो गई. जलमीनार के गिरते ही मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना की पोल खुल गई. स्थानीय लोग इस योजना को अब लूट की योजना बताने लगे हैं.
बीडीओ ने समिति को दिया निर्देश
घटना की जानकारी मिलने पर सदर प्रखंड के बीडीओ ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की. साथ ही वार्ड क्रियान्वयन समिति को 40 घंटे के अंदर जलमीनार का पानी आपूर्ति करने का निर्देश दिया. अगर वार्ड क्रियान्वयन समिति 40 घंटे के अंदर पानी की आपूर्ति लोगों के घरों तक नहीं करती है, तो वार्ड क्रियान्वयन समिति सहित योजना में संलिप्त लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा.