मुंगेर: मुंगेर विश्वविद्यालय के स्थापना का तीन वर्ष पूरा होने पर गुरूवार को एमयू मुख्यालय में समारोह का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. रणजीत कुमार वर्मा ने की. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आईसीएएफआई सिक्कम के कुलपति प्रो. जगन्नाथ पटनायक और भारतीय शिक्षण मंडल के संयुक्त महामंत्री डॉ ओमप्रकाश सिंह मौजूद रहे.
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स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान शोध में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों, एमयू के विभिन्न कॉलेजों से सेवानिवृत हुए शिक्षकों व कर्मियों तथा एमयू के शील, मनोग्राम, लोगो और झंडा बनाने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया. साथ ही एमयू के तीन वर्षों के कार्यकाल का 'मुंगेर विश्वविद्यालय : नवसृजन से उत्कृष्टता की और फोल्डर का भी इस दौरान विमोचन किया गया.
कोरोना के कारण नहीं हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस दौरान मंच पर एमयू की प्रतिकुलपति प्रो. कुसुम कुमारी तथा कुलसचिव प्रो. डीके सिंह भी दिखाई दिए. वहीं कोरोना संक्रमण के कारण इस बार का स्थापना समारोह बिना सांस्कृतिक कार्यक्रम के ही मनाया गया. हालांकि विश्वविद्यालय द्वारा स्थापना दिवस पर कवि सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी भी की गई थी. लेकिन कोविड-19 गाइडलाइन को फॉलो करना जरूरी समझा गया.
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शोध प्रोत्साहन योजना (पीडीआई) के तहत किया गया
पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में सबसे पहले एमयू द्वारा इस वर्ष से आरंभ किए गए शोध प्रोत्साहन योजना (पीडीआई) के तहत चयनित एमयू के पांच शोधार्थी शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया. जिसमें जेआरएस कॉलेज के डॉ दीवान अकरम को 10 हजार, केकेएम कॉलेज, जमुई की डॉ विनिता मंडल को 3 हजार, सुदीपता मंडल को 2 हजार, डॉ शशि पांडेय को 5 हजार तथा जेआरएस कॉलेज जमालपुर की बॉटनी शिक्षिका डॉ मांडवी कुमारी को 2 हजार का पुरस्कार उनके शोध के लिए दिया गया. वहीं कुलपति प्रो. आरके वर्मा ने सभी चयनित शोधार्थी को बधाई देते हुए अन्य शोधार्थी को प्रेरित किया.