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मुंगेर में आम के पेड़ों पर मंजर देख किसान खुश, होगी बंपर पैदावार - mango price in bihar

मुंगेर जिले में इस वर्ष आम की पैदावार अधिक होगी. जिले के सभी बगीचे में आम के पेड़ों पर मंजर खूब आए हैं. मंजर देखकर किसानों के मन प्रफुल्लित हैं.

mango price in munger
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Published : Mar 14, 2021, 3:47 PM IST

Updated : Mar 14, 2021, 5:23 PM IST

मुंगेर:इस साल आम के मंजर देखकर किसानों के मन प्रफुल्लित है कि इस सीजन फल भी अधिक संख्या में पेड़ों पर आएंगे.जिससे उत्पादन और आमदनी में वृद्धि होगी. फलों का राजा आम, आम आदमी के थाली में भी सुलभ उपलब्ध होगा.

देखें रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- नालंदा: सरेआम बदमाशों ने छात्रों को पीटा, 3 युवक घायल, मारपीट का वीडियो वायरल

मंजर देख किसान खुश
मुंगेर जिले में आम की खेती बड़े पैमाने पर होती है. जिले में 28 सौ हेक्टेयर में आम का उत्पादन किया जाता है. जिले में प्रत्येक वर्ष 2 लाख 17 हजार क्विंटल का लक्ष्य है. जिसमें प्रति हेक्टेयर 77 .5 क्विंटल का उत्पादन होता है. इस वर्ष जिस तरह आम के पेड़ पर मंजर आए हैं उसको देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम की पैदावार अच्छी होगी.

mango price in munger
मंजर की खुशबू से महका मुंगेर

पहली बार इतनी अधिक संख्या में मंजर को देख रहा हूं. इससे अंदाजा लग रहा है कि इस सीजन आम आदमी के थाली में भी फलों के राजा आम सुलभ उपलब्ध हो पाएगा. उत्पादन अधिक होता है तो आमदनी भी बढ़ेगी. हम लोग मंजर देखकर काफी खुश हैं.- राज किशोर तांती, किसान

आम के पेड़ पर आए बौर
आम के पेड़ पर आए बौर

आम की प्रजाति
वैसे तो मुंगेर जिले का प्रसिद्ध आम चुरम्बा का दूधिया मालदा आम है. इसके अलावे भी मुंगेर में 1 दर्जन से अधिक आम की प्रजातियां पाई जाती हैं. जिसमें लंगड़ा मालदह,बॉम्बे,बीजू,भरत भोग,आम्रपाली,जर्दालु,फजली, मल्लिका,कृष्णभोग हैं.

आम के लिए उपयुक्त मिट्टी
वैसे तो किसी भी प्रकार की उपजाऊ मिट्टी में आम के पौधे उगाये जा सकते हैं. लेकिन उपजाऊ भूमि में बेहतर सिंचाई कर आम के पेड़ से अच्छी पैदावार ली जा सकती है.

मुंगेर जिले में आम की खेती के लिए उपयुक्त भूमि है. लाल मिट्टी एवं पथरीली मिट्टी भी आम के पेड़ में सहायक होता है.- डॉ मुकेश, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक


मंजर अधिक तो फल भी अधिक आएंगे
मुंगेर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष जिले में मंजर अधिक संख्या में अभी तक पेड़ों पर लगे हैं तो फल भी अधिक होगा. इसका मुख्य कारण है कि कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा मंजर आने के पूर्व समय समय पर सभी प्रखंडों में बगीचे के स्वामी किसानों को केंद्र के द्वारा मंजर कैसे अच्छा आए और उसकी देखभाल दवा का छिड़काव को लेकर प्रशिक्षण दिया गया था.

मुंगेर:इस साल आम के मंजर देखकर किसानों के मन प्रफुल्लित है कि इस सीजन फल भी अधिक संख्या में पेड़ों पर आएंगे.जिससे उत्पादन और आमदनी में वृद्धि होगी. फलों का राजा आम, आम आदमी के थाली में भी सुलभ उपलब्ध होगा.

देखें रिपोर्ट

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मंजर देख किसान खुश
मुंगेर जिले में आम की खेती बड़े पैमाने पर होती है. जिले में 28 सौ हेक्टेयर में आम का उत्पादन किया जाता है. जिले में प्रत्येक वर्ष 2 लाख 17 हजार क्विंटल का लक्ष्य है. जिसमें प्रति हेक्टेयर 77 .5 क्विंटल का उत्पादन होता है. इस वर्ष जिस तरह आम के पेड़ पर मंजर आए हैं उसको देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम की पैदावार अच्छी होगी.

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मंजर की खुशबू से महका मुंगेर

पहली बार इतनी अधिक संख्या में मंजर को देख रहा हूं. इससे अंदाजा लग रहा है कि इस सीजन आम आदमी के थाली में भी फलों के राजा आम सुलभ उपलब्ध हो पाएगा. उत्पादन अधिक होता है तो आमदनी भी बढ़ेगी. हम लोग मंजर देखकर काफी खुश हैं.- राज किशोर तांती, किसान

आम के पेड़ पर आए बौर
आम के पेड़ पर आए बौर

आम की प्रजाति
वैसे तो मुंगेर जिले का प्रसिद्ध आम चुरम्बा का दूधिया मालदा आम है. इसके अलावे भी मुंगेर में 1 दर्जन से अधिक आम की प्रजातियां पाई जाती हैं. जिसमें लंगड़ा मालदह,बॉम्बे,बीजू,भरत भोग,आम्रपाली,जर्दालु,फजली, मल्लिका,कृष्णभोग हैं.

आम के लिए उपयुक्त मिट्टी
वैसे तो किसी भी प्रकार की उपजाऊ मिट्टी में आम के पौधे उगाये जा सकते हैं. लेकिन उपजाऊ भूमि में बेहतर सिंचाई कर आम के पेड़ से अच्छी पैदावार ली जा सकती है.

मुंगेर जिले में आम की खेती के लिए उपयुक्त भूमि है. लाल मिट्टी एवं पथरीली मिट्टी भी आम के पेड़ में सहायक होता है.- डॉ मुकेश, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक


मंजर अधिक तो फल भी अधिक आएंगे
मुंगेर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष जिले में मंजर अधिक संख्या में अभी तक पेड़ों पर लगे हैं तो फल भी अधिक होगा. इसका मुख्य कारण है कि कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा मंजर आने के पूर्व समय समय पर सभी प्रखंडों में बगीचे के स्वामी किसानों को केंद्र के द्वारा मंजर कैसे अच्छा आए और उसकी देखभाल दवा का छिड़काव को लेकर प्रशिक्षण दिया गया था.
Last Updated : Mar 14, 2021, 5:23 PM IST
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