मुंगेर: आज राष्ट्रीय डेंगू दिवस है. डेंगू के प्रति जागरुकता के लिए प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 16 मई को ये दिवस मनाया जाता है. कोरोना संक्रमण काल में हमें डेंगू से भी सावधान रहना जरूरी है. इस बीमारी की वैक्सीन भी अब तक नहीं बनी है. इसलिए इसे कोरोना से कम नहीं आंका जा सकता. डेंगू से बचाव ही इलाज है.
प्रत्येक वर्ष मानसून प्रवेश करने के बाद यह बीमारी फैल जाती है. पिछले साल डेंगू ने कहर बरपाया था, लेकिन जिला प्रशासन इस वर्ष भी लापरवाह है.
नगर निगम के द्वारा भी समय पर ना तो फागिंग मशीन से धुआं किया जाता है, ना ही साफ-सफाई की व्यवस्था सही रह पाती है. डॉक्टर लोगों से अपील भी करते हैं कि घर में जमा पानी नहीं रहने दें. एसी कूलर का पानी समय-समय पर बदलते रहें यह घातक जानलेवा बीमारी है. मुंगेर में भी डेंगू का खतरा कम नहीं है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 7 साल में मुंगेर जिले में 78 मरीजों की संख्या थी. पिछले वर्ष 2019 में 26 लोग डेंगू पॉजिटिव मिले थे. वहीं डेंगू से 5 लोगों की जान चली गई थी.
मुंगेर में कहर बरपा चुका है डेंगू
पिछले वर्ष 2019 में 5 लोगों की जान गई थी. 24 अक्टूबर 2019 को माधोपुर मोहल्ला निवासी 13 वर्षीय मुस्कान, 26 अक्टूबर माधोपुर के ही डब्लू किशोर, 29 अक्टूबर जमालपुर थाना क्षेत्र के सदर बाजार आर्य समाज रोड के रामेश्वर दास के पुत्र सुशील कुमार, 30 अक्टूबर जमालपुर के बद्दी पारा निवासी अमरचंद मालाकार की 20 वर्षीय पुत्री दीपाली कुमारी, 7 नवंबर 2019 युवा जिला अध्यक्ष शाहिद अख्तर उर्फ गुड्डू राइन की भाभी गुल्फ़सा की मौत डेंगू से हुई थी.
सिविल सर्जन डॉक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि डेंगू के रोकथाम को लेकर सभी आवश्यक कार्य किए जा रहे हैं. आम जनों को भी इस आवश्यक सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि डेंगू ना फैले इसके लिए लोग जागरूक रहें. घरों में जमा पानी को हटाते रहे. घर के आसपास पानी जमने ना दें. कूलर के पानी को समय-समय पर बदलते रहें. जमे हुए पानी में ही डेंगू के मच्छर मादा एडीज पनपते हैं. ऐसा कर लोग इससे बच सकते हैं.