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JDU के बड़े नेताओं के बाद अब CM नीतीश भी पहुंचेंगे तारापुर, उपचुनाव को लेकर हलचल तेज

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) गुरुवार को स्वर्गीय मेवालाल चौधरी की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने के लिए मुंगेर आएंगे. सीएम के दौरे को लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया है.उपचुनाव को लेकर बिहार की राजनीति इस ओर केंद्रित दिखाई दे रही है. पिछले 1 महीने में जेडीयू के कई मंत्री और बड़े नेता मुंगेर का दौरा कर चुके हैं. पढ़िए पूरी खबर..

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Published : Sep 8, 2021, 5:35 PM IST

मुंगेर: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक स्वर्गीय मेवालाल चौधरी (Mevalal Chaudhary) के श्रद्धांजलि सभा (Shradhanjali Sabha) में भाग लेने के लिए गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) मुंगेर आने वाले हैं. मुख्यमंत्री के आने की सूचना से तारापुर उपचुनाव (Tarapur By Election) की सरगर्मी एक बार फिर से बढ़ गई है. उपचुनाव को लेकर एक माह के अंदर आधा दर्जन मंत्रियों और 10 से अधिक बड़े जदयू के नेताओं का दौरा हो चुका है.

यह भी पढ़ें- नीतीश पर 'तेज' प्रहार... बोले नेता प्रतिपक्ष - उपचुनाव में दोनों सीटों पर जीतेगी RJD

गुरुवार को मेवालाल चौधरी की श्रद्धांजलि सभा है. इसलिए मुख्यमंत्री तारापुर पहुंच रहे हैं. तारापुर में सुबह 10:45 बजे उनका चौपर रणगांव विद्यालय के मैदान में उतरेगा. वहां से वे सड़क मार्ग से स्वर्गीय चौधरी के आवास कमरगामा पहुंचेंगे. वहां श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे. उसके बाद सीएम बांका भी जाएंगे. इस दौरान सीएम के साथ ही जदयू के कई बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे.

देखें वीडियो

यह भी पढ़ें- जीते जी तो नहीं हुआ इलाज, मरने के बाद पूर्व मंत्री को दी गई 21 बंदूकों की सलामी

मेवालाल चौधरी जदयू के कद्दावर नेता थे. उनकी पत्नी नीता चौधरी भी तारापुर से जदयू की विधायक रह चुकी हैं. चाय बनाने के दौरान गैस सिलेंडर विस्फोट में उनकी आकस्मिक निधन के बाद उनके पति मेवालाल चौधरी जो सबौर कृषि विश्वविद्यालय के पहले कुलपति रह चुके हैं ,उन्हें जदयू ने टिकट दिया था. मेवालाल चौधरी दो बार तारापुर के विधायक भी रह चुके थे. दूसरी बार विजय के कुछ महीने बाद ही कोरोना से उनका आकस्मिक निधन हो गया.

यह भी पढ़ें- बोले अशोक चौधरी- 'परीक्षा होनी है, उसके लिए अभी से ही पढ़ाई कर रहा हूं'

श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री का उपस्थित होना इस ओर इशारा करता है कि तारापुर उपचुनाव में जदयू किसी भी हाल में अपनी सीट बचाना चाहती है. इसके लिए जदयू ने पूरी ताकत झोंक दी है. मुख्यमंत्री के आगमन से 3 दिन पहले 5 सितंबर को भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, बिहार सरकार के अन्य मंत्री संजय झा ,इससे पहले तीन से अधिक मंत्रियों का भी दौरा तारापुर में हो चुका है.

मंत्री कभी समीक्षा बैठक तो कभी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए तारापुर में पिछले 1 माह से लगातार दौरा कर रहे हैं. इसके अलावा भी उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का दौरा भी तारापुर विधानसभा में हो चुका है. एक माह में 10 से अधिक जदयू के कद्दावर नेता एवं अब मुख्यमंत्री का दौरा यह साबित करता है कि जदयू किसी भी हाल में यह सीट खोना नहीं चाहती है.

मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय हो गया है. सुबह 11 बजे वे स्वर्गीय मेवालाल चौधरी की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेंगे. इसके बाद वे बांका बौसी जाएंगे. जहां वे जनार्दन मांझी की श्रद्धांजलि सभा में भी शामिल होंगे.- संतोष सहनी,जदयू जिलाध्यक्ष

युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ने कहा कि स्वर्गीय मेवालाल चौधरी की आकस्मिक निधन हुए मात्र 4 महीने ही हुए हैं. जबकि श्रद्धांजलि सभा 1 वर्ष पूरा होने के बाद ही किया जाता है. 4 महीने के बाद ही श्रद्धांजलि सभा कर जदयू सोच रही है कि इस तरह के कार्यक्रम कर वोटरों का झुकाव अपनी ओर कर लेगी, जो संभव नहीं है.

दिवंगत जनार्दन मांझी 2005 से 2010 तक बेलहर और 2010 से 2020 तक अमरपुर का विधायक रहे. इस बार हुए विधानसभा चुनाव में अपने पुत्र जयंत राज को जदयू का टिकट दिलवाया था. बेटे को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी. जयंत राज नीतीश कैबिनेट में ग्रामीण कार्य मंत्री हैं. पूर्व विधायक के 78 वर्ष की उम्र में निधन होने से कार्यकर्ताओं में मायूसी का माहौल है.

यह भी पढ़ें- मेवालाल चौधरी... तीन घंटे में देना पड़ा था शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा

यह भी पढ़ें- RJD ने उठाए सवाल... मेवालाल को भी उचित इलाज क्यों नहीं दिला पाए सीएम नीतीश?

मुंगेर: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक स्वर्गीय मेवालाल चौधरी (Mevalal Chaudhary) के श्रद्धांजलि सभा (Shradhanjali Sabha) में भाग लेने के लिए गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) मुंगेर आने वाले हैं. मुख्यमंत्री के आने की सूचना से तारापुर उपचुनाव (Tarapur By Election) की सरगर्मी एक बार फिर से बढ़ गई है. उपचुनाव को लेकर एक माह के अंदर आधा दर्जन मंत्रियों और 10 से अधिक बड़े जदयू के नेताओं का दौरा हो चुका है.

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गुरुवार को मेवालाल चौधरी की श्रद्धांजलि सभा है. इसलिए मुख्यमंत्री तारापुर पहुंच रहे हैं. तारापुर में सुबह 10:45 बजे उनका चौपर रणगांव विद्यालय के मैदान में उतरेगा. वहां से वे सड़क मार्ग से स्वर्गीय चौधरी के आवास कमरगामा पहुंचेंगे. वहां श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे. उसके बाद सीएम बांका भी जाएंगे. इस दौरान सीएम के साथ ही जदयू के कई बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे.

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मेवालाल चौधरी जदयू के कद्दावर नेता थे. उनकी पत्नी नीता चौधरी भी तारापुर से जदयू की विधायक रह चुकी हैं. चाय बनाने के दौरान गैस सिलेंडर विस्फोट में उनकी आकस्मिक निधन के बाद उनके पति मेवालाल चौधरी जो सबौर कृषि विश्वविद्यालय के पहले कुलपति रह चुके हैं ,उन्हें जदयू ने टिकट दिया था. मेवालाल चौधरी दो बार तारापुर के विधायक भी रह चुके थे. दूसरी बार विजय के कुछ महीने बाद ही कोरोना से उनका आकस्मिक निधन हो गया.

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श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री का उपस्थित होना इस ओर इशारा करता है कि तारापुर उपचुनाव में जदयू किसी भी हाल में अपनी सीट बचाना चाहती है. इसके लिए जदयू ने पूरी ताकत झोंक दी है. मुख्यमंत्री के आगमन से 3 दिन पहले 5 सितंबर को भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, बिहार सरकार के अन्य मंत्री संजय झा ,इससे पहले तीन से अधिक मंत्रियों का भी दौरा तारापुर में हो चुका है.

मंत्री कभी समीक्षा बैठक तो कभी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए तारापुर में पिछले 1 माह से लगातार दौरा कर रहे हैं. इसके अलावा भी उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का दौरा भी तारापुर विधानसभा में हो चुका है. एक माह में 10 से अधिक जदयू के कद्दावर नेता एवं अब मुख्यमंत्री का दौरा यह साबित करता है कि जदयू किसी भी हाल में यह सीट खोना नहीं चाहती है.

मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय हो गया है. सुबह 11 बजे वे स्वर्गीय मेवालाल चौधरी की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेंगे. इसके बाद वे बांका बौसी जाएंगे. जहां वे जनार्दन मांझी की श्रद्धांजलि सभा में भी शामिल होंगे.- संतोष सहनी,जदयू जिलाध्यक्ष

युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ने कहा कि स्वर्गीय मेवालाल चौधरी की आकस्मिक निधन हुए मात्र 4 महीने ही हुए हैं. जबकि श्रद्धांजलि सभा 1 वर्ष पूरा होने के बाद ही किया जाता है. 4 महीने के बाद ही श्रद्धांजलि सभा कर जदयू सोच रही है कि इस तरह के कार्यक्रम कर वोटरों का झुकाव अपनी ओर कर लेगी, जो संभव नहीं है.

दिवंगत जनार्दन मांझी 2005 से 2010 तक बेलहर और 2010 से 2020 तक अमरपुर का विधायक रहे. इस बार हुए विधानसभा चुनाव में अपने पुत्र जयंत राज को जदयू का टिकट दिलवाया था. बेटे को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी. जयंत राज नीतीश कैबिनेट में ग्रामीण कार्य मंत्री हैं. पूर्व विधायक के 78 वर्ष की उम्र में निधन होने से कार्यकर्ताओं में मायूसी का माहौल है.

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