मुंगेर: मूर्ति विसर्जन कांड मामले में चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीएम और एसपी को हटा दिया है.दरअसल आज एक बार फिर मुंगेर सुलग उठा है. मतदान खत्म होने के बाद गुरुवार के दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों ने एसपी लिपि सिंह के कार्यालय पर हमला कर दिया.
भीड़ हंगामा करते हुए सदर एसडीओ के आवास पर पहुंची और पथराव किया. न्यायाधीश के आवास को भी आक्रोशितों ने नहीं बख्शा. उनकी नेम प्लेट उखाड़ कर जमीन पर फेंक दिया और पथराव किया.
पुलिस अधीक्षक के ऑफिस में तोड़फोड़
पुलिस अधीक्षक ऑफिस में घुसकर लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की .शहर के अलग-अलग इलाके में युवा आक्रोशित होकर घूम रहे हैं. मुंगेर में हालात बेकाबू हो चुके हैं. एसपी ऑफिस के साइन बोर्ड को उग्र भीड़ ने उखाड़ फेंका. लोगों में आक्रोश इसकदर था कि रास्ते में जो कुछ आया लोग उसे तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान पुलिस भी नदारद दिखी. भीड़ ने थाने को भी आग के हवाले कर दिया.
जस्टिस फॉर अनुराग के लिए गुस्सा
जस्टिस फॉर अनुराग की मांग को लेकर मुंगेर के लोग आक्रोशित हैं. दरअसल मूर्ति विसर्जन के दिन हुए गोलीबारी में अनुराग की मौत हो गई थी. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन 48 घंटे बाद भी परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा. इसी बात से लोग गुस्से में हैं.
मुंगेर मुद्दे पर हो रही सियासत
तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और राहुल गांधी ने भी इस मसले को लेकर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा था. तेजस्वी यादव ने तो मुंगेर पुलिस को 'जनरल डायर' की संज्ञा दी थी. वहीं चिराग पासवान ने प्रशासन को महिषासुर बताया था.
तस्वीरों में देखें हमले के बाद की कहानी
- एसपी आवास के बाहर की तस्वीरएसपी आवास के बाहर की तस्वीर
- एसपी ऑफिस में तोड़फोड़एसपी ऑफिस में तोड़फोड़
- क्षतिग्रस्त वाहनक्षतिग्रस्त वाहन
- मुख्य न्याधीश का आवासमुख्य न्याधीश का आवास
- मुख्य न्यायाधीश के आवास पर पथरावमुख्य न्यायाधीश के आवास पर पथराव
चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन
चुनाव आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए तत्काल मुंगेर के डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह को उनके पद से हटा दिया है. साथ ही मगध के कमिश्नर को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. और 7 दिनों के भीतर मगध के कमिश्नर असंगबा चुबा आओ को पूरे मामले की रिपोर्ट आयोग को सौंपेंगे का निर्देश दिया गया है. गौरतलब है कि 26 अक्टूबर को देर रात मूर्ति विसर्जन के दौरान गोली चलने से एक युवक की मौत हो गई और छह लोग घायल हुए थे. जिसके बाद भगदड़ की स्थिति बनी और आम जनता और पुलिस में झड़प हुई. इसमें तकरीबन दो दर्जन पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे.