मुंगेर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) के सदस्यों द्वारा मुंगेर विश्वविद्यालय (Munger University) परिसर में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया गया. एससी एसटी (SC-ST) छात्रों से पीजी में नामांकन शुल्क लेने का ये सभी विरोध (Protest In Munger) कर रहे हैं.
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इस संबंध में एबीवीपी के सदस्यों ने बताया कि बिहार सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों से पीजी में नामांकन के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लेना है. लेकिन मुंगेर यूनिवर्सिटी के अधीन सभी गैर निजी महाविद्यालय पीजी में नामांकन के लिए फीस ले रहे हैं.
एबीवीपी ने फीस वसूली को गलत करार देते हुए विश्वविद्यालय परिसर में ताला जड़ दिया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इसमें शामिल दोषी पदाधिकारियों पर जब तक कार्रवाई नहीं होती है तब तक हम लोग यूनिवर्सिटी का ताला नहीं खोलेंगे.
"सरकार के द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर पहले ही साफ कर दिया गया था कि एससी-एसटी के छात्रों से पीजी में नामांकन के लिए फीस नहीं लेना है. लेकिन कई प्राइवेट संस्थान हैं जो फीस वसूली कर रहा है. हम इसका विरोध कर रहे हैं."- प्रिंस,एबीवीपी नेता
तालाबंदी के कारण यूनिवर्सिटी के अंदर लगभग 2 दर्जन से अधिक विश्वविद्यालय कर्मी फंसे रहे. प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने के लिए पूरब सराय ओपी प्रभारी अमरजीत कुमार अपने पुलिस जवानों के साथ आए, लेकिन एबीवीपी के सदस्य नहीं माने.
"विश्वविद्यालय परिसर में हम प्रदर्शन कर रहे हैं. हम तब कर आंदोलन करेंगे जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जाएगी."-विक्की आनंद,एबीवीपी नेता
इस संबंध में मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति श्यामा रानी ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ महाविद्यालय में एससी-एसटी के छात्रों से पीजी में नामांकन के लिए फीस नहीं लेना है. अगर किसी कॉलेज ने शुल्क लिया है तो उसके प्रमाण के साथ छात्र शिकायत कर सकते हैं. संबंधित महाविद्यालय पर कार्रवाई होगी. इस कृत्य में जो भी कर्मी शामिल होंगे उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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