मधुबनी: बिहार में बेरोजगारी (unemployment in bihar) चरम पर है. ऐसै में छात्रों और अभ्यर्थियों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) मधुबनी में दो जगहों पर होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे. अभ्यर्थियों ने लंबे समय से शिक्षक नियोजन में विलंब (delay in teacher recruitment in bihar) को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने जमकर नारेबाजी की. गौर करने वाली बात ये है कि जिस समय मुख्यमंत्री के सामने विरोध और नारेबाजी की जा रही थी. उस समय वहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी.
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दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेने पहुंचे थे मुख्यमंत्री: बिहार के मुख्यंमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को मधुबनी में थें. जहां उन्होंने दो कार्यक्रमों में शिरकत किया. सबसे पहले नीतीश कुमार हवाई मार्ग से सीधे लदनिया प्रखंड के मोत्ं नाजे गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पूर्व मंत्री स्व. कपिलदेव कामत की मूर्ति का अनावरण किया एवं पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को भी संबोधित किया. उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुटौना प्रखंड के दुर्गा पट्टी गांव पहुंचे. जहां उन्होंने अमर शहीद स्वर्गीय रामफल मंडल की मूर्ति का अनावरण किया एवं पुष्पांजलि अर्पित की.
सीटीईटी के अभ्यर्थियों ने किया विरोध: खुटौना प्रखंड के दुर्गा पट्टी में पहुंचे नीतीश कुमार के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी. लेकिन बेरोजगारी और शिक्षक नियोजन मैं विलंब को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने कार्यक्रम में ही नीतीळ कुमार का विरोध करना शुरु कर दिया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अभ्यर्थियों को आश्वासन भी दे रहे थें. लेकिन अभ्यर्थियों फिर भी नारेबाजी करते रहे. मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए जिलाधिकारी अमित कुमार और एसपी सुशील कुमार मौके पर मौजूद थें.
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