मधुबनी(अंधराठाढ़ी): सूबे के मुखिया नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का हाल जिले में बेहाल है. बिहार सरकार की सात निश्चय योजना कागजों पर ही चलती मालूम हो रही है. ताजा मामला अंधराठाढ़ी प्रखंड के महरैल पंचायत के वार्ड नंबर 6 का है. जहां महज दो महीने पहले बनी सड़क ध्वस्त हो गई है.
दरअसल, सात निश्चय योजना के तहत महरैल पंचायत के वार्ड नंबर 6 में 14 लाख 41 हजार की लागत से सड़क बनाई गई थी ताकि लोगों को आवागमन में सहूलियत हो सके. लेकिन पंचायत के प्रतिनिधि और अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
स्थानीय लोगों ने लगाया बंदरबांट का आरोप
ग्रामीण किशोर कुमार झा ने बताया वार्ड सदस्य सहित मुखिया की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिल रही है. सरकारी योजनाओं में धड़ल्ले से लूट का खेल चल रहा है. गुणवत्तापूर्ण काम नहीं होने की वजह से ही 2 महीने में ही पीसीसी सड़क टूट गई है.
निर्माण में घटिया सामानों का इस्तेमाल
लोगों की मानें तो सड़क में कई जगह दरारें आ चुकी हैं. पुरानी ईंटों को लगाया गया था, जिस वजह से ये हाल हुआ है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी से की है. लेकिन उनकी ओर से कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है.
मुखिया और एसडीएम की दलील
मामले पर महरैल पंचायत के मुखिया प्रोफेसर गीता नाथ झा ने बताया कि सात निश्चय योजना के तहत वार्ड नंबर 6 में करीब 800 मीटर सड़क बनाई गई है, जिसके टूटने की शिकायत मिली है. काम गुणवत्तापूर्ण किया गया था. लेकिन कुछ किसानों के मिट्टी काट लेने और सड़क पर ट्रक चलने के कारण सड़क ध्वस्त हुआ है. वहीं एसडीएम शैलेश कुमार चौधरी ने कहा कि सड़क टूटने की सूचना मिली है, जांच करने का आदेश अटारी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया है. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.