ETV Bharat / state

सदर अस्पताल में लगेगी क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन, स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

मधुबनी में दूसरी ट्रूनेट मशीन लगाने की तैयारी की जा रही है. वहीं, अब दो मशीन होने से हर दिन 35 से 40 कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच संभव हो पाएगी. इससे सैंपल लेने के कुछ ही घंटे बाद जांच रिपोर्ट भी मिलने लगेगी.

क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन
क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन
author img

By

Published : Jun 10, 2020, 6:56 PM IST

मधुबनी: वैश्विक महामारी से निपटने के स्वास्थ्य विभाग की ओर से तमाम कोशिशें की जा रही हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मधुबनी के लोगों के लिए नई सौगात दी गयी है. सदर अस्पताल में क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन स्थापित की जाएगी. मशीन बीएमएसआईसीएल (बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन) पटना की ओर से जिले को उपलब्ध कराया जाएगा. जिला यक्ष्मा रोग अधिकारी डॉ. आरके सिंह को नोडल ऑफिसर बनाया गया है. सिविल सर्जन की देखरेख में जिला कार्यक्रम प्रबंधक की ओर से मशीन को स्थापित कराया जाएगा.

सैंपल जांच की शुरू की जाएगी सुविधा
सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार झा ने बताया कि जिले में कलुआही प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले भी एक ट्रूनेट मशीन स्थापित किया जा चुका है. वहीं, सदर अस्पताल में क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन लग जाने से कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांच की सुविधा शुरू की जाएगी. इससे जिले में एक ही मशीन से जांच होने से होने वाले दबाव में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी परेशानी हो रही थी. लेकिन अब जिले में एक दिन में 35- 40 संदिग्ध मरीजों की जांच होगी और जांच रिपोर्ट कुछ ही घंटों में रिपोर्ट भी मिल जाएगी. वहीं, मशीन के लग जाने से आम जनता के साथ स्वस्थ्य कर्मियों को भी राहत मिल सकेगी.

8 घंटे में 15-20 सैंपल जांच की क्षमता
एसीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया जिले में स्थापित मशीन से 8 घंटे में 15 से 20 सैंपल की जांच होती है. वहीं, दूसरी मशीन लग जाने के बाद जांच रिपोर्ट में बढ़ोतरी होगी. मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी परेशानी हो रही थी. क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन सदर अस्पताल में लग जाने से न केवल कोरोना संदिग्ध की जांच में तेजी आएगी, बल्कि कम समय में अधिक लोगों की जांच होगी. कोरोना वायरस की पुष्टि के लिए संदिग्ध का सैंपल जांच करने के लिए पटना भेजा जाएगा.

स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
सदर अस्पताल में लगे ट्रूनेट मशीन को संचालित करने तथा सैंपल कलेक्शन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. जांच संबंधी प्रतिवेदन प्रतिदिन आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और राज्य स्वास्थ्य समिति के पोर्टल पर जिला अनुश्रवण और मूल्यांकन अधिकारियों की ओर से अपलोड किया जाएगा.

मधुबनी: वैश्विक महामारी से निपटने के स्वास्थ्य विभाग की ओर से तमाम कोशिशें की जा रही हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मधुबनी के लोगों के लिए नई सौगात दी गयी है. सदर अस्पताल में क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन स्थापित की जाएगी. मशीन बीएमएसआईसीएल (बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन) पटना की ओर से जिले को उपलब्ध कराया जाएगा. जिला यक्ष्मा रोग अधिकारी डॉ. आरके सिंह को नोडल ऑफिसर बनाया गया है. सिविल सर्जन की देखरेख में जिला कार्यक्रम प्रबंधक की ओर से मशीन को स्थापित कराया जाएगा.

सैंपल जांच की शुरू की जाएगी सुविधा
सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार झा ने बताया कि जिले में कलुआही प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले भी एक ट्रूनेट मशीन स्थापित किया जा चुका है. वहीं, सदर अस्पताल में क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन लग जाने से कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांच की सुविधा शुरू की जाएगी. इससे जिले में एक ही मशीन से जांच होने से होने वाले दबाव में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी परेशानी हो रही थी. लेकिन अब जिले में एक दिन में 35- 40 संदिग्ध मरीजों की जांच होगी और जांच रिपोर्ट कुछ ही घंटों में रिपोर्ट भी मिल जाएगी. वहीं, मशीन के लग जाने से आम जनता के साथ स्वस्थ्य कर्मियों को भी राहत मिल सकेगी.

8 घंटे में 15-20 सैंपल जांच की क्षमता
एसीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया जिले में स्थापित मशीन से 8 घंटे में 15 से 20 सैंपल की जांच होती है. वहीं, दूसरी मशीन लग जाने के बाद जांच रिपोर्ट में बढ़ोतरी होगी. मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी परेशानी हो रही थी. क्वाट्रो ट्रूनेट मशीन सदर अस्पताल में लग जाने से न केवल कोरोना संदिग्ध की जांच में तेजी आएगी, बल्कि कम समय में अधिक लोगों की जांच होगी. कोरोना वायरस की पुष्टि के लिए संदिग्ध का सैंपल जांच करने के लिए पटना भेजा जाएगा.

स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
सदर अस्पताल में लगे ट्रूनेट मशीन को संचालित करने तथा सैंपल कलेक्शन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. जांच संबंधी प्रतिवेदन प्रतिदिन आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और राज्य स्वास्थ्य समिति के पोर्टल पर जिला अनुश्रवण और मूल्यांकन अधिकारियों की ओर से अपलोड किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.